लखनऊः राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले (Dattatreya Hosabale) ने स्वयंसेवकों की बैठक में कहा कि देश, धर्म एवं संस्कृति के लिए समाज को जागृत करें। जैसे सूर्य सारे जगत को प्रकाशवान बनाता है और ऊर्जा देता है, वैसे ही संघ के स्वयंसेवक समाज को प्रकाशित करने का काम करें। सरकार्यवाह होसबाले रविवार को लखनऊ पूरब भाग के संत रविदास नगर की कुशल बस्ती के स्वयंसेवकों की बैठक को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि संघ के स्वयंसेवक जहां भी हैं अपने स्तर पर समाज हित में कुछ न कुछ योगदान जरूर करें। उन्होंने कहा कि मकर संक्रांति पूरे भारत में मनाया जाता है। यह सूर्य की उपासना का पर्व भी है। सूर्य की भांति हमें अंधकार को दूर कर प्रकाश फैलाना है।
समरसता का पर्व है मकर संक्रांति: प्रभुनारायण
मकर संक्रांति के अवसर पर रविवार को लक्ष्मण शाखा पर कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस अवसर पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ अवध प्रांत के पूर्व प्रान्त संघचालक प्रभुनारायण श्रीवास्तव ने कहा कि संक्रांति के मूल भाव को समझना जरूरी है। भारतीय संस्कृति प्रकृति से तादात्म्य रखते हुए सतत प्रवाहित रहती है। मकर संक्रांति प्रकृति का संक्रमण है। इसको भी हमारी संस्कृति में पर्व माना गया। प्रकृति के साथ ही वैचारिक संक्रमण होता है।
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प्रभुनारायण ने कहा कि विश्व की समस्त समस्याओं का समाधान भारतीय चिंतन से ही संभव है। इसके लिए पहले अपने समाज का संगठित होना आवश्यक है। संगठन के लिए समरसता पर अमल करना चाहिए। मकर संक्रांति समरसता का ही पर्व है। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ समाज को संगठित करने की दिशा में कार्य कर रहा है। इस प्रयास से ही भारत को पुनः विश्वगुरु बनाना सम्भव होगा। इस अवसर पर नगर कार्यवाह राजीव पंडित, शाखा कार्यवाह रामजनम, मुख्य शिक्षक हेमन्त सिंह सहित बड़ी संख्या में स्वयंसेवक उपस्थित रहे।
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