लखनऊः उत्तर प्रदेश में बीते दिनों चक्रवाती तूफान तौकते का काफी असर देखने को मिला। तौकते के गुजर जाने के बाद देश में एक और चक्रवाती तूफान ‘यास’ सिर उठाने लगा है। इसका प्रभाव भी आने वाले दिनों में उत्तर प्रदेश के दो दर्जन से ज्यादा जिलों में 28 मई से दिखने लगेगा। मौसम विभाग ने अगले चार दिन के भीतर पश्चिम व पूर्वांचल क्षेत्रों के 27 जिलों में भारी तूफान आने की संभावना व्यक्त की है। तूफान की चेतावनी के साथ ही मौसम वैज्ञानिकों ने इन सभी जिलों में अलर्ट जारी कर दिया है। सभी जिलाधिकारियों को तैयारियां करने के निर्देश जारी कर दिए गए हैं।
वैज्ञानिक डॉ एसएन सुनील पाण्डेय ने बताया कि ओमान द्वारा नामित तूफान यास जब 24 मई को विकसित होगा तो समुद्र तट से पहले मुश्किल से 500-600 किमी का समुद्री विस्तार होगा। 25 या 26 मई तक तूफान के उत्तर पश्चिम की ओर पश्चिम बंगाल और उत्तरी ओडिशा तट की ओर आने की उम्मीद है। समुद्री सतह के तापमान और विंड शीयर के मामले में स्थितियां अनुकूल हैं। ऐसे में यह एक भीषण चक्रवाती तूफान में तब्दील हो सकता है। इसके बाद, भूमि की निकटता और संभावित प्रवेश इसे और मजबूत करने की अनुमति नहीं दे सकता है। फिर भी तूफान इतना मजबूत होगा कि बहुत भारी वर्षा और उच्च वेग वाली आंधी-हवाओं के कारण खराब मौसम की स्थिति पैदा कर सके। इसका असर ही यूपी के पश्चिम व पूर्वांचल के दर्जनों जिलों में दिख सकता है। मध्य यूपी में मौसम में बदलाव की यह स्थिति ज्यादा प्रभावी नहीं होगा, लेकिन फिर भी मौसम में आए बदलाव का कुछ असर बारिश के रुप में दिख सकता है।
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इन जिलों में है तूफान का खतरा
मौसम विभाग की ओर से यूपी के पश्चिम क्षेत्र में स्थित मुरादाबाद, बिजनौर, अमरोहा, संभल, बदायूं, कासगंज जिलों को अलर्ट पर रहने को चेताया गया है। इसी तरह पूर्वांचल में आने वाले जिले सुल्तानपुर, जौनपुर, आंबेडकरनगर, आजमगढ़, मऊ, गाजीपुर, बलिया, देवरिया, संत कबीर नगर, महराजगंज, गोंडा, श्रावस्ती, बलरामपुर, सिद्धार्थनगर, बस्ती और कुशीनगर जनपद को अलर्ट किया गया है। इसके अलावा बहराइच, बाराबंकी, अयोध्या, अमेठी जिले के लिए चेतावनी मौसम विभाग द्वारा जारी की गई है।