Cyclone Biporjoy:अरब सागर में बने चक्रवाती तूफान ‘बिपरजॉय’ ने मौसम विज्ञानियों के साथ गुजरात सरकार की भी चिंता बढ़ा दी है। अगले 48 घंटों के भीतर यह तूफान सौराष्ट्र और कच्छ के तटों पर आकर टकराएगा। मौसम विभाग ने सौराष्ट्र और कच्छ तटों के लिए चक्रवात की चेतावनी जारी करते हुए कहा है कि तूफान पोरबंदर से करीब 300 किमी, देवभूमि द्वारका से 290 किमी दक्षिण, जखाऊ बंदरगाह से 340 किमी दक्षिण-दक्षिण पश्चिम, नलिया से 350 किमी दक्षिण-दक्षिण पश्चिम में है। यह अभी भी जमीन पर है और तेजी से उत्तर की ओर बढ़ रहा है।
15 जून को जखाऊ बंदरगाह के पास से गुजरेगा तूफान
15 जून की शाम तक तूफान की लहरें जखाऊ बंदरगाह (गुजरात) के पास से गुजरेगा। मौसम विभाग के अनुसार यह तूफान खतरनाक श्रेणी का है। इस बीच मंगलवार को चक्रवाती तूफान बिपरजोय का असर गुजरात के तटों पर दिखाई देने लगा है। सुमद्री तटों पर ऊंची-ऊंची लहरें उठने लगी है। मौसम विभाग के अनुसार गुजरात के कई क्षेत्रों में बुधवार से तेज बारिश होने की संभावना है। 14-15 जून को गुजरात के कई तटीय क्षेत्रों में भारी बारिश की संभावना है।
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उधर तूफान (Cyclone Biperjoy) के खतरे को देखते हुए राष्ट्रीय आपदा मोचन बल ने 12 टीमों को तैनात किया है। आपात स्थिति के लिए 15 टीमों को तैयार रखा गया है। भारत मौसम विज्ञान विभाग ने गुरुवार और शुक्रवार को दिल्ली, राजस्थान, उत्तराखंड और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में बिपर्जोय के कारण हल्की बारिश की संभावना जताई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को समीक्षा बैठक में बिपार्जॉय की गंभीरता को देखते हुए संवेदनशील जगहों से लोगों को निकालने को कहा।
मोदी-शाह बड़े स्तर पर कर रहे बैठकें
इस तूफान को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह समेत कई स्तरों पर बैठकें हो रही हैं। स्थानीय प्रशासन ने भी तूफान से निपटने के लिए जरूरी उचित कमद उठाए हैं और इन इलाकों में रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है। बता दें कि चक्रवात के दौरान 125 से 135 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चलने वाला तूफान भी आ सकता है। हवा की गति 145 किलोमीटर प्रति घंटे तक पहुंच सकती है।
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