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Cyclone Biparjoy: मुख्यमंत्री ने की उच्च स्तरीय बैठक, सुझाव के साथ नुकसान पर...

  biparjoy-cyclone-in-gujarat गांधीनगरः गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने चक्रवाती तूफान 'बिपरजोय' (Cyclone Biparjoy) के संभावित गंभीर प्रभाव से निपटने के लिए आठ संभावित प्रभावित जिलों के प्रशासन द्वारा की गई तैयारियों की जानकारी लेने के लिए गुरुवार देर शाम गांधीनगर में राज्य आपातकालीन संचालन केंद्र में मुख्य सचिव से मुलाकात की। राज्य पर मंडरा रहा है। सहित उच्चाधिकारियों के साथ बैठक की और आवश्यक सुझाव दिए।

मदद के हमेशा रहें अलर्ट

मुख्य सचिव राज कुमार ने जिला प्रशासन के अधिकारियों के साथ हुई बैठक का विवरण देते हुए मुख्यमंत्री को बताया कि चक्रवात का प्रभाव समाप्त होने के तुरंत बाद जिलाधिकारियों को प्राथमिक क्षति का आकलन करने के निर्देश दिये गये हैं। प्रशासन को निर्देश दिया गया है कि प्रभावितों को कैशडोल, घरेलू सामान, झुग्गी सहायता और पशु सहायता जैसी मदद देने की तैयारी की जाए। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार संभावित चक्रवात के परिणामस्वरूप राज्य में किसी भी तरह की जनहानि को रोकने के लिए सभी सावधानियां बरत रही है। घायल मवेशियों का तत्काल उचित इलाज कराने और मृत पशुओं के उचित निस्तारण की व्यवस्था करने के लिए प्रशासन को विशेष निर्देश दिए गए हैं। मुख्यमंत्री को यह भी बताया गया कि प्रशासन पोरबंदर, देवभूमि द्वारका, जामनगर, मोरबी, राजकोट और गिर सोमनाथ जिलों में गिरे हुए पेड़ों को हटाने और बिजली के खंभों की मरम्मत का काम कर रहा है।

डीएम से फोन पर बात कर ली जानकारी

बैठक में बताया गया कि द्वारका, जामनगर, मोरबी और जूनागढ़ में पेड़ गिरने और बारिश से प्रभावित कई गांवों में बिजली आपूर्ति बहाल करने के लिए ऊर्जा विभाग ने पुख्ता इंतजाम किए हैं। मुख्यमंत्री ने द्वारका और कच्छ जिलों, जहां इस चक्रवात का असर दिखना शुरू हुआ है, के कलेक्टरों से मोबाइल फोन से बात कर ताजा स्थिति की जानकारी ली। बैठक में बताया गया कि राज्य सरकार ने पुनर्वास पर विशेष जोर देते हुए अब तक 8 जिलों में एक लाख से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया है। भारत मौसम विज्ञान विभाग की क्षेत्रीय निदेशक मनोरमा मोहंती ने बताया कि चक्रवाती तूफान 'बिपारजॉय' गुरुवार आधी रात को कच्छ के जखाऊ तट से टकराएगा। इस चक्रवाती तूफान की वजह से अगले एक-दो दिन बनासकांठा और पाटन जिले में भारी से बहुत भारी बारिश की संभावना है। इसी संभावना को देखते हुए इन दोनों जिलों के प्रशासन को आवश्यक व्यवस्थाओं के साथ सतर्क रहते हुए हर घंटे स्टेट कंट्रोल रूम को सूचना उपलब्ध कराने का निर्देश दिया गया है। यह भी पढ़ेंः-नशे के खिलाफ सड़क पर उतरे बजरंग दल पर पुलिस ने भांजी लाठियां, जांच के आदेश इतना ही नहीं मुख्य सचिव ने बताया कि पाटन जिले के निचले इलाकों से करीब एक हजार लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया गया है। इस समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री के मुख्य प्रधान सचिव के। कैलाशनाथन, वरिष्ठ प्रमुख सचिवों, सचिवों और राज्य के अतिरिक्त मुख्य सचिवों सहित अधिकारियों ने मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल को अपने-अपने विभागों द्वारा अब तक की गई तैयारियों की जानकारी दी। (अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक और ट्विटर पर फॉलो करें व हमारे यूट्यूब चैनल को भी सब्सक्राइब करें)