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Cyclone Biparjoy: NDRF व SDRF की 26 टीमें तैयार, राहत व बचाव की तैयारी पूरी

cyclone-biparjoy अहमदाबाद: मानसून के दौरान संभावित प्राकृतिक आपदाओं को लेकर राज्य प्रशासन अलर्ट है। दक्षिण-पश्चिम बिपरजोय चक्रवात (Cyclone Biparjoy) से निपटने के साथ ही राहत और बचाव कार्य की पूरी तैयारी कर ली गई है। गांधीनगर में आयोजित विभिन्न विभागों और सुरक्षा टीमों के साथ वेदर वॉच ग्रुप की पहली समीक्षा बैठक में, राहत आयुक्त आलोक कुमार पांडे ने कहा कि गुजरात में सामान्य रूप से जून-जुलाई के दौरान अत्यधिक वर्षा होती है। उन्होंने कहा कि चक्रवात (Cyclone Biparjoy) के दौरान आंधी और बाढ़ जैसे हालात भी पैदा हो जाते हैं। राज्य और केंद्र सरकार के विभिन्न विभागों और एजेंसियों के समन्वय से राहत कार्य के लिए पूर्व तैयारी कर ली गई है। इसके तहत एनडीआरएफ की 15 और एसडीआरएफ की 11 टीमों को स्टैंडबाय पर रखा गया है। यह भी पढ़ेंः-Cyclone Alert: तेजी से आगे बढ़ रहा चक्रवात ‘बिपरजोय’, इन जिलों में होगी भारी...

चलेंगी तेज हवाएं, बारिश की संभावना -

मौसम विभाग की निदेशक मनोरमा मोहंती ने बताया कि बिपरजोय चक्रवात (Cyclone Biparjoy) गुजरात के पोरबंदर से करीब 1060 किलोमीटर दक्षिण-पश्चिम में बना है। नतीजतन, तट के साथ 40 से 50 किमी प्रति घंटे की गति से तेज हवाएं चलने की संभावना है। इस पर प्रशासन ने राज्य के मछुआरों के समुद्र में मछली पकड़ने जाने पर 14 जून तक रोक लगा दी है। पहले से समुद्र में गए सभी मछुआरों को वापस बुला लिया गया है। मौसम विभाग ने नौ से 11 जून के बीच सौराष्ट्र और दक्षिण गुजरात में बारिश की संभावना जताई है।

सभी जलाशयों में पर्याप्त जल -

राहत आयुक्त पांडेय ने कहा कि उत्तरी गुजरात और कच्छ के जलाशयों में पिछले 15 साल में सबसे ज्यादा पानी जमा हुआ है। राज्य के सभी जलाशयों में पर्याप्त जल संग्रहण है। इसरो, भारतीय वायु सेना, तट रक्षक, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, पुलिस, स्वास्थ्य, सड़क और आवास विभाग, शिक्षा, वन, जल आपूर्ति, समुद्री बोर्ड, कृषि, ऊर्जा, पशुपालन, शहरी विकास, आईसीडीएस, खाद्य, जीएसआरटीसी आदि ने भाग लिया। इस बैठक में। प्री-मानसून तैयारियों को लेकर अपना-अपना प्रेजेंटेशन दिया। (अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक और ट्विटर पर फॉलो करें व हमारे यूट्यूब चैनल को भी सब्सक्राइब करें)