नई दिल्लीः दिल्ली हाईकोर्ट ने कहा है कि जब तक देश में ब्लैक फंगस की दवाओं की कमी है, तब तक सरकार को एम्फोटेरिसिन बी के आयात पर इम्पोर्ट ड्यूटी को हटा देना चाहिए। जस्टिस विपिन सांघी की अध्यक्षता वाली बेंच ने कहा कि इस बीमारी से देशवासियों की जान बचाने के लिए ये कदम उठाना वक़्त की ज़रूरत है।
केंद्र सरकार ने कोर्ट को आश्वस्त किया कि कस्टम विभाग ब्लैक फंगस की दवाओं को बिना देरी के क्लियर करेगा। सुनवाई के दौरान दिल्ली सरकार की ओर से वकील राहुल मेहरा ने कहा कि अब दिल्ली में ब्लैक फंगस के मामले 197 से बढ़कर 613 तक पहुंच गए हैं। इन मरीजों के लिए छह हजार खुराक की जरूरत होगी।
सुनवाई के दौरान मेहरा ने कहा कि ब्लैक फंगस की दवाओं की कमी हो गई है। उन्होंने कहा कि केंद्र यह कहकर अपना पल्ला नहीं झाड़ सकता है कि वो कोशिश कर रहा है। उन्होंने कहा कि बिना किसी डाटा के केंद्र के बयान पर गौर नहीं किया जा सकता है। तब एमिकस क्यूरी राजशेखर राव ने कहा कि हरियाणा सरकार ने ग्लोबल टेंडर जारी किया है।
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इस पर मेहरा का कहना था कि दिल्ली सरकार भी ग्लोबल टेंडर जारी कर सकती है, लेकिन ये काम केंद्र सरकार को करना चाहिए, क्योंकि केंद्र और दिल्ली सरकार में काफी फर्क है। अगर केंद्र सरकार कहेगी तो दिल्ली सरकार टेंडर जारी करने को तैयार है। इस पर केंद्र की ओर से वकील कीर्तिमान सिंह ने कहा कि केंद्र सरकार अपना जवाब दाखिल करेगी।