लखनऊ: आजकल बच्चे 12वीं के बाद किसी ऐसे विषय को चुनना चाहते हैं जिसमें आगे सम्भावनाएं होंए जिससे वो उसमें एक सुरक्षित करियर बना सकें। ऐसे में वो इंजीनियर या डॉक्टर की तरफ से अपना रुख मोड़ रहे हैं और नए विषयों व कुछ अलग तरह के करियर ऑप्शन्स की तरफ अपना रुख कर रहे हैं। ऐसा ही एक अलग तरह विषय है ऑर्टिफिशियल इंटेलिजेंस यानि कि एआई। आजकल देश.दुनिया में तमाम सरकारें और संस्थाएं एआइ तकनीक पर जोर दे रही हैं ताकि हेल्थकेयरए कृषिए शिक्षा जैसे क्षेत्रों में इसका बेहतर उपयोग किया जा सके। यही कारण है कि एआई एक बेहतर करियर विकल्प के रूप में सामने आ रहा है। जानते हैं क्या है एआई और किस तरह इसमें बना सकते हैं करियर।
क्या है एआई
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस आज की तकनीकी दुनिया की अत्यधिक उन्नत तकनीकों में से एक है। इन दिनों एआइ की क्षमता से हम सभी रूबरू हो रहे हैं। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस दरअसल सूचना विज्ञान ;इंफामेटिक्सद्ध की ही एक शाखा है। इसका इस्तेमाल कंप्यूटर प्रोग्राम विकसित करने में होता है। एक ऐसा प्रोग्राम जिसके लिए मानव बुद्धि की आवश्यकता होती है ताकि किसी कार्य को अलग तरीके से किया जा सके।
एआइ अल्गोरिदम सीखनेए पहचाननेए समस्या.समाधानए भाषाए लॉजिकल रीजनिंगए डिजिटल डाटा प्रोसेसिंगए बायोइंफार्मेटिक्स तथा मशीन बायोलॉजी आदि से कुशलतापूर्वक निपट सकता है। रोबोटिक्स भी एआइ का ही एक क्षेत्र हैए जो प्रोग्रामिंग मशीन की मदद से एक साथ कई कार्य आटोमैटिकध्सेमी आटोमैटिक तरीके से कर सकता है। एआइ की मदद से ही रोबोट्स के गतिविधियों को नियंत्रित भी किया जाता है। वर्तमान समय में एआई एक बेहतर करियर ऑप्शन के रूप में सामने आ रहा है।
कोर्स एवं योग्यता
देश के कई संस्थानों में इन दिनों आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस में बीटेक के रूप में फुलटाइम डिग्री कोर्स कराए जा रहे हैं। इनमें ज्यादातर विश्वविद्यालय और आटोनोमस दर्जा प्राप्त इंस्टीट्यूट शामिल हैं। इस चार वर्षीय कोर्स में एआइ में स्पेशलाइजेशन कराने के अलावा ब्लॉकचेन तकनीक की भी बेसिक जानकारी दी जाती है। यह कोर्स पीसीएम विषयों से 12वीं के बाद किया जा सकता है। इसी तरह सी.डैक जैसे संस्थानों द्वारा आनलाइन भी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस में स्नातकोत्तर डिप्लोमा कराया जा रहा है। डिप्लोमा स्तर पर आटोमेशन और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस कोर्स करने के लिए कंप्यूटर साइंसए आइटीए मैकेनिकलए इलेक्ट्रिकलए इलेक्ट्रॉनिक्स और इंस्ट्रूमेंटेशन में डिग्री होना आवश्यक है। कुल मिलाकरए इस फील्ड में करियर बनाने की इच्छा रखने वाले स्टूडेंट्स की मैथ पर मजबूत पकड़ होना जरूरी है।
यहां हैं सम्भावनाएं
एक रिपोर्ट के अनुसार 2020 के आखिर तक करीब 23 लाख नौकरियां एआइ के क्षेत्र में सृजित हुई हैं। इतना ही नहींए पिछले तीन वर्षों में एआइ के क्षेत्र में रिक्तियां दोगुनी हो गई हैं। सभी के हाथों में स्मार्टफोन आने से इस तकनीक का उपयोग तेजी से बढ़ता जा रहा है। एआइ में कुशल युवाओं के लिए गेम प्रोग्रामरए रोबोटिक साइंटिस्टए साफ्टवेयर डेवलपर या फिर एआइ एक्सपर्ट के रूप में कई तरह के करियर स्कोप हैं। ऐसे प्रोफेशनल सरकारी और निजीए दोनों क्षेत्रों की कंपनियों में आकर्षक पैकेज पर नौकरी पा सकते हैं।
माइक्रोसॉफ्टए इंटेलए एचसीएल जैसी आइटी कंपनियों में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस स्पेशलिस्ट के तौर पर अपने लिए जॉब तलाश सकते हैं। इसके अलावाए इसरो और नासा भी अपने यहां रोबोटिक्स के स्पेशलिस्ट की नियुक्तियां किया करती हैं। ई.कामर्स से लेकर चिकित्साए इंजीनियरिंगए बैंकिंगए डाटा एनालिसिस आदि के क्षेत्र में इसका उपयोग तेजी से बढ़ रहा है। विदेश में भी ऐसे प्रोफेशनल्स की काफी डिमांड है।
सैलरी
एआई हमारे जीवन का एक अभिन्न अंग बन गया है। ऐसे में इस क्षेत्र में स्कोप के साथ.साथ सैलरी भी काफी मोटी रकम में मिलती है। यहां फ्रेश प्रोफेशनल्स को भी शुरुआत में 50 हजार से लेकर 1 लाख रुपये प्रतिमाह सैलरी ऑफर हो रही है। अगर आप मल्टीनेशनल कंपनियों को ज्वॉइन करते हैंए तो वहां आपको और अच्छा पैकेज मिल सकता है।
प्रमुख शिक्षण संस्थान
- इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंसए बेंगलोर
- नेताजी सुभाष इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजीए नई दिल्ली
- नोएडा इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग ऐंड टेक्नोलॉजीए ग्रेटर नोएडा
- बिड़ला इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी एंड साइंस;बिट्सद्धए पिलानी
- आइआइटीए खड़गपुरए दिल्लीए मुंबईए कानपुरए मद्रासए गुवाहाटीए रुड़की
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