रूस-यूक्रन की जंग के बीच कच्चा तेल 110 डॉलर के पार, IEA ने दी दुनिया को चेतावनी

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नई दिल्लीः रूस और यूक्रेन के बीच जारी जंग से कच्‍चे तेल बढ़ती ही जा रही है। ग्‍लोबल मार्केट में ब्रेंट क्रूड (Brent Crude) के भाव बढ़कर 110 डॉलर प्रति बैरल पहुंच गए हैं। इस बीच अंतरराष्‍ट्रीय ऊर्जा एजेंसी (IEA) ने दुनिया में एनर्जी संकट बढ़ने की चेतावनी दी है। हालांकि अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमत में तेजी के बावजूद घरेलू बाजार में पेट्रोल-डीजल के दाम स्थिर रहे। सार्वजनिक क्षेत्र की तेल विपणन कंपनियों ने दोनों ईंधनों की कीमतों में बदलाव नहीं किया है। दिल्ली में बुधवार को पेट्रोल 95.41 रुपये प्रति लीटर, जबकि डीजल 86.67 रुपये प्रति लीटर पर टिका रहा।

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इंडियन ऑयल की वेबसाइट के मुताबिक देश के अन्य महानगरों मुंबई, कोलकाता और चेन्नई में पेट्रोल की कीमत क्रमश: 109.98 रुपये, 104.67 रुपये और 101.40 रुपये प्रति लीटर पर स्थिर है। वहीं, इन महानगरों में डीजल का भाव भी क्रमश: 94.14 रुपये, 89.79 रुपये और 91.43 रुपये प्रति लीटर है। इसके साथ ही नोएडा में पेट्रोल 95.51 रुपये और डीजल 87.01 रुपये प्रति लीटर मिल रहा है।

उल्लेखनीय है कि यूक्रेन-रूस के बीच जारी जंग से कच्चा तेल उछलकर रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया है। अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल का भाव 110 डॉलर प्रति बैरल के करीब बना हुआ है। हफ्ते के तीसरे कारोबारी दिन डब्ल्यूटीआई क्रूड 109.25 डॉलर प्रति बैरल पर ट्रेंड कर रहा है। वहीं, ब्रेंट क्रूड 110.87 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार कर रहा है। ऐसे में अगले हफ्ते में पेट्रोल-डीजल की कीमत में भारी इजाफा हो सकता है।

दुनियाभर में पैदा हो सकता है एनर्जी संकट

उधर IEA ने कहा है कि ऑयल रिजर्व से भी तेज जारी होने के बाद कीमतों पर खास असर नहीं दिख रहा। ऐसे ही बढ़ोतरी होती रही तो दुनियाभर में ऊर्जा संकट पैदा हो सकता है। अमेरिका ने अपने रिजर्व में से 3 करोड़ बैरल तेल बाजार में जारी किया है। हालांकि, जिस तरह दुनियाभर में तेल की खतप बढ़ रही, रिजर्व में रखे तेल इसके लिए काफी नहीं होंगे। कोरोना महामारी से पहले दुनियाभर में रोजाना 10 करोड़ बैरल तेल की खपत हो रही थी।

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