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पुनीत राजकुमार के अंतिम दर्शन को उमड़ा हुजूम, पापा का शव देख चीख पड़ी बेटियां

बेंगलुरूः कन्नड़ सुपरस्टार पुनीत राजकुमार के पार्थिव शरीर के अंतिम दर्शन के लिए लोगों का हुजूह उमड़ पड़ा। बेंगलुरू के कांतीरवा स्टेडियम के पास देखते-देखते प्रशंसकों की भारी भीड़ जमा हो गई। जहां पुलिस बल को भारी मशकत करनी पड़ी। दरअसल आने की अनुमति केवल परिवार और करीबी सर्कल तक ही सीमित थी। कांतीरवा स्टेडियम के बाहर विशाल स्क्रीन लगाए गए हैं, ताकि उनके प्रशंसक अंतिम क्षणों को देख सके।

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पुनीत

पत्नी बेटियों का रो-रोकर बुरा हाल

वहीं पुनीत राजकुमार की पत्नी और बेटियों का रो-रोकर बुरा हाल है और उन्हें संभालना हर किसी के लिए काफी मुश्किल साबित हो रहा है। जैसे ही उनकी बेटी पिता के अंतिम दर्शन करने के लिए पहुंची को उनके ना को आंसू थमने का नाम ले रहे थे और ना ही उन्हें संभाल पाना किसी के लिए आसान था। बता दें कि साउथ सुपरस्टार पुनीत राजकुमार का शुक्रवार को अचानक निधन हो गया था। फिल्म स्टार पुनीत राजकुमार महज 46 साल के थे। पुनीत राजकुमार का हार्ट अटैक की वजह से हुआ। जिसकी वजह से साउथ सिनेमा इंडस्ट्री हिल उठी। अब कन्नड़ सुपरस्टार के अंतिम दर्शन के लिए पूरा साउथ सिनेमा उमड़ पड़ा हैं।

पुनीत राजकुमार दिवंगत अभिनेता राजकुमार के बेटे थे और अपने पिता की तरह ही उनके परिवार ने पुनीत की आंखें भी दान की हैं। पुनीत की तिरंगे में लिपटी पार्थिव देह कांतिराव स्टेडियम में रखी गई है ताकि लोग उन्हें श्रद्धांजलि दे सकें। बीती शाम से, पूरे राज्य से लोग यहां आ रहे हैं। अनेक फिल्मी हस्तियों और नेताओं ने पुनीत को श्रद्धांजलि अर्पित की। कर्नाटक के राज्यपाल थावरचंद गहलोत, मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई तथा राज्य मंत्रिमंडल के अन्य सदस्यों, तेलुगु अभिनेता नंदमुरी बालकृष्ण, प्रख्यात कोरियाग्राफर प्रभु देवा समेत कई गणमान्य लोगों ने दिवंगत अभिनेता को श्रद्धांजलि दी।

कार्डियक अरेस्ट से पहले पुनीत द्वारा परामर्श किए गए पारिवारिक चिकित्सक रमना राव ने बताया कि पुनीत शुक्रवार को अपनी पत्नी अश्विनी के साथ अपने क्लीनिक गये थे। उन्होंने मुझे कहा, 'अप्पाजी' (पिता) कहा था। उन्होंने समझाया कि, सामान्य व्यायाम के बाद और कुछ अतिरिक्त मुक्केबाजी की और भाप ली। पुनीत ने कहा था कि उन्हें कोई दर्द नहीं हुआ।" उन्होंने आगे बताया कि "पुनीत को डायबिटीज या हाई बीपी की दिक्कत नहीं थी। भले ही ईसीजी ने तनाव दिखाया, मुझे विश्वास था कि वह जीवित रहेंगे। उनका शरीर व्यायाम करने के लिए अभ्यस्त था। यह अचानक हुआ, उन्हें बचाने के लिए सभी मानवीय प्रयास किए गए।"

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