Lata Mangeshkar के निधन पर शोक में डूबा क्रिकेट जगत, सचिन ने नम आखों से ‘आई’ को दी अंतिम विदाई

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Lata Mangeshkar

नई दिल्लीः भारत रत्न” लता मंगेशकर (Lata Mangeshkar) के निधन पर पूरा देश गमजदा है। लता मंगेशकर की याद में दो दिवसीय राष्ट्रीय शोक की घोषणा की गई है। जबकि सम्मान के तौर पर दो दिनों तक राष्ट्रीय ध्वज आधा झुका रहेगा। भारतीय क्रिकेट टीम पूर्व खिलाड़ी सचिन तेंदुलकर, वीरेंद्र सहवाग पूर्व कप्तान विराट कोहली और सलामी बल्लेबाज शिखर धवन ने रविवार को महान गायिका लता मंगेशकर के निधन पर शोक व्यक्त किया है। लता मंगेशकर क्रिकेट की बड़ी प्रशंसक थीं, विशेषकर सचिन से उनका आत्मीय लगाव था। सचिन भी उन्हें आई (मां) कहकर बुलाते थे। भारत के पूर्व क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर ने रविवार को महान गायिका लता मंगेशकर को अंतिम विदाई दी।

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बता दें कि “भारत रत्न” स्वर कोकिला लता मंगेशकर (Lata Mangeshkar) का रविवार को 92 वर्ष की आयु में निधन हो गया। उन्हें 8 जनवरी कोरोना और निमोनिया से संक्रमित होने पर मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। वह कोरोना संक्रमण से उबर चुकीं थी, हालांकि शनिवार को स्थिति खराब होने के बाद उन्हें वेंटिलेटर सपोर्ट पर रखा गया था।

भारतीय टीम के पूर्व कप्तान कोहली ने मंगेशकर को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि मंगेशकर की सुरीली आवाज ने दुनिया भर के लाखों लोगों के दिलों पर राज किया है। कोहली ने ट्वीट किया, “लता जी के निधन के बारे में सुनकर गहरा दुख हुआ। उनके मधुर गीतों ने दुनिया भर में लाखों लोगों के दिलों को छुआ। अच्छे संगीत और यादों के लिए धन्यवाद। परिवार और प्रियजनों के प्रति मेरी गहरी संवेदना।”

सहवाग

भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व सलामी बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग ने भी लता मंगेशकर के परिवार के प्रति ‘हार्दिक संवेदना’ व्यक्त की। सहवाग ने ट्वीट किया, “भारत की कोकिला, एक आवाज जो गूंजती थी, तो दुनिया भर के लाखों लोगों के लिए खुशी लेकर आती थी। उनके परिवार और प्रशंसकों के लिए हार्दिक संवेदना। ओम शांति।” भारत के सलामी बल्लेबाज शिखर धवन ने ट्विट किया, “आपके संगीत ने हमारी आत्मा को छू लिया और हमें मुस्कुराने का मौका दिया। लता मंगेशकर जी, आपकी विरासत आने वाली पीढ़ियों को प्रेरित करेगी।”

13 साल की उम्र में गायन में रखा था कदम

बता दें कि लता मंगेशकर एक भारतीय पार्श्व गायिका और सामयिक संगीतकार थीं, और उन्हें उनकी मधुर आवाज के लिए “द नाइटिंगेल ऑफ इंडिया” के रूप में जाना जाता था। 28 सितंबर, 1929 को जन्मी, लता मंगेशकर ने 1942 में 13 साल की उम्र में गायन में कदम रखा। सात दशकों से अधिक के करियर में, उन्होंने एक हजार से अधिक हिंदी फिल्मों के लिए गाने रिकॉर्ड किए। उन्होंने छत्तीस से अधिक क्षेत्रीय भारतीय भाषाओं और विदेशी भाषाओं में गाने गाए थे। उनके योगदान के लिए उन्हें 2001 में सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार भारत रत्न से सम्मानित किया गया था। वह एमएस सुब्बुलक्ष्मी के बाद “भारत रत्न” प्राप्त करने वाली केवल दूसरी गायिका हैं।

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