दीपावली तक इस राज्य में कोरोना की पाबंदियां हो जायेंगी खत्म, स्कूल खोलने पर अभी निर्णय नहीं

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मुंबईः महाराष्ट्र के सबसे बड़े नगर निकाय बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) चरणबद्ध तरीके से कोरोना महामारी पर नियंत्रण करता जा रहा है। मुंबई में कोरोना मरीजों की संख्या प्रतिदिन घटती जा रही है। यदि हालात इसी तरह बने रहे तो दीपावली तक मुंबई कोरोना की पाबंदियों से मुक्त हो जाएगी। यह उम्मीद शनिवार को बीएमसी आयुक्त इकबाल सिंह चहल ने जतायी है। इस बीच स्कूलों को ऑफलाइन खोलने का भी रास्ता साफ हो जाएगा। महाराष्ट्र की कोरोना टास्क फोर्स ने 17 अगस्त से स्कूलों को ऑफलाइन खोलने पर ऐतराज जताया है। टास्क फोर्स के विशेषज्ञ डॉक्टरों का सुझाव है कि यदि स्कूल खोले गए तो बच्चों में संक्रमण का खतरा बढ़ सकता है। 18 वर्ष से नीचे के बच्चों के लिए अभी तक कोरोना वैक्सीन उपलब्ध नहीं हुई है। ऐसे में बच्चों के स्वास्थ्य को लेकर जोखिम उठाना ठीक नहीं है। इस मामले को लेकर शुक्रवार को स्कूली शिक्षा मंत्री वर्षा गायकवाड की अध्यक्षता में संबंधित अधिकारियों के साथ बैठक हुई।

निर्णय लिया गया कि स्कूल खोलने के संबंध में मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को प्रस्ताव भेजा जाएगा। एक-दो दिनों में मुख्यमंत्री इस पर टास्क फोर्स के सदस्यों से चर्चा करके अंतिम निर्णय लेंगे। स्कूल शिक्षा विभाग का मत है कि राज्य के जिन इलाकों में कोरोना का प्रभाव कम है, वहां स्कूल खोलने में कोई दिक्कत नहीं है। मुंबई और ठाणे में फिलहाल स्कूल खुलने की संभावनाएं बेहद कम हैं। मुंबई और ठाणे जैसे प्रमुख शहरों में ऑनलाइन पढ़ाई में कोई परेशानी नहीं है। ग्रामीण और दुर्गम इलाकों में दिक्कतें आ रही है। कहीं नेटवर्क की प्रॉब्लम है तो कई अभिभावकों के पास स्मार्टफोन जैसी अन्य सुविधाएं नहीं हैं। इसे देखते हुए ग्रामीण अंचलों में जहां कोरोना का प्रभाव कम है, वहां के स्थानीय प्रशासन को स्कूल खोलने पर निर्णय लेने का अधिकार दिया गया है। टास्क फोर्स ने संभावित तीसरी लहर का अध्ययन करके दीपावली के बाद स्कूल खोलने की सलाह दी है।

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इधर देश की आर्थिक राजधानी मुंबई में टीकाकरण पर विशेष जोर दिया जा रहा है। बीएमसी आयुक्त इकबाल सिंह चहल इस अभियान को अब जल्द ही अंजाम देने में जुट गए हैं। चहल ने बताया कि अगले तीन महीने में 90 लाख मुंबई करों को वैक्सीन की दोनों खुराक देने का लक्ष्य हमने रखा है। यदि सब कुछ ठीक से हुआ तो हम नवम्बर तक अपने लक्ष्य को प्राप्त कर लेंगे। इसके बाद हम मुंबई को कोरोना के प्रतिबंध से पूरी तरह मुक्त कर देंगे। आयुक्त ने दावा किया कि बीएमसी की टीम नवम्बर तक 90 लाख मुंबईकरों को वैक्सीन की 1.8 करोड़ खुराक देने में सफल होगी। चहल ने बताया कि हमने दीपावली तक महानगर के लोगों की शत-प्रतिशत आबादी को वैक्सीन देने का लक्ष्य रखा है। अगर मौजूदा वैक्सीनेशन की गति को बनाए रखा और मुंबई की 95 प्रतिशत आबादी को हम वैक्सीन की दोनों खुराक देने में सफल हुए तो दीपावली तक मुंबई में हम सब कुछ खोल देंगे। शनिवार को टीकाकरण केंद्रों पर लोगों की भारी भीड़ देखी जा रही है।