प्रयागराजः कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा स्थानीय पुलिस द्वारा कथित रूप से प्रताड़ित हुए नाविकों को समर्थन देने के लिए रविवार को प्रयागराज पहुंचीं। कुछ ही दिन पहले ‘मौनी अमावस्या’ पर प्रियंका ने प्रयागराज में त्रिवेणी संगम पर पवित्र डुबकी लगाई थी। इस मौके पर प्रियंका ने नाविक सुजीत निषाद की नाव की सवारी भी की थी। इस दौरान सुजीत ने उन्हें स्थानीय नाविकों पर होने वाले अत्याचारों की जानकारी दी थी। उन्होंने निषाद समुदाय के नाविकों के साथ होने वाली क्रूरता के बारे में बताते हुए कहा था कि पुलिस उनकी नावों को तोड़ देती है। सुजीत ने अपने समुदाय के लोगों के साथ होने वाले जुल्म के खिलाफ आवाज उठाने में प्रियंका गांधी से मदद मांगी थी।
सुजीत ने कहा था कि बंसवार गांव में पिछड़ा वर्ग से ताल्लुक रखने वाले निषाद समुदाय के लोगों की कई नावों को पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों ने नुकसान पहुंचाया था। यह घटना 4 फरवरी को उस समय हुई थी, जब कुछ लोगों ने यहां अवैध खनन किए जाने की शिकायत की थी। तब पुलिस ने यहां 16 नावें तोड़ दी थीं और पुलिस के साथ हुई झड़प में 30 लोग घायल हो गए थे। बता दें कि 24 जून 2019 को उत्तर प्रदेश सरकार ने पूरे राज्य में रेत खनन के काम में नावों के उपयोग पर प्रतिबंध लगा दिया था, जिससे हजारों नाविक बेरोजगार हो गए थे। वहीं रविवार को प्रियंका के दौरे की खबर लगते ही जिला प्रशासन ने क्षतिग्रस्त नावों की मरम्मत करने के लिए कर्मचारियों को बंसवार गांव भेजा। गांव पहुंची प्रियंका से मिलने के लिए लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी, जिनसे उन्होंने बात की और कांग्रेस की ओर से पूरा समर्थन देने का आश्वासन दिया।
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प्रियंका ने राज्य सरकार पर निशाना साधते हुए ग्रामीणों से कहा कि निषाद समुदाय सीधे तौर पर नदियों से जुड़ा है लेकिन राज्य सरकार उन लोगों के साथ खड़ी है जो अवैध खनन में शामिल हैं और नदी को खतरा पहुंचा रहे हैं। लेकिन कांग्रेस कानूनी रूप से नाविकों के अधिकारों के लिए लड़ेगी और जब पार्टी सत्ता में आएगी, तो वह नाविकों को उनका हक देगी। इससे पहले, प्रियंका गांधी के प्रयागराज हवाई अड्डे पर पहुंचते ही पार्टी कार्यकर्ताओं और नाविक सुजीत निषाद ने उनका स्वागत किया।