नई दिल्ली: चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर को लेकर कांग्रेस पार्टी ने बुधवार को चौथे दौर की बैठक की। पार्टी के अनुसार अगले 48 से 24 घंटों में पीके को लेकर बैठकों का दौर खत्म हो जाएगा और आधिकारिक ऐलान कर दिया जाएगा। खास बात यह है कि कमेटी के सदस्यों के अलावा बुधवार को हुई बैठक में राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत और छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल भी शामिल हुए। कमेटी सदस्यों के साथ दोनों सीएम ने प्रशांत किशोर को लेकर अपनी राय दी।
करीब पांच घंटे चली इस बैठक के बाद कांग्रेस महासचिव पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा, कांग्रेस अध्यक्ष द्वारा ये समिति निर्धारित की गई है। इसका लक्ष्य किसी व्यक्ति को कांग्रेस में शामिल करना नहीं है। इस समिति ने जहाँ जरूरत पड़ी उस पर सुझाव दिए हैं। मुझे उम्मीद है कि अगले 24 से 48 घण्टे में इसको पूरा कर लेंगे। कमेटी के सदस्य अपनी रिपोर्ट दे देंगे।
प्रशांत किशोर के मसले को अगले 24 से 48 घण्टों में सुलझा लिया जाएगा। छत्तीसगढ़ और राजस्थान के सीएम से भी इस बारे सुझाव लिया गया कि आगामी दिनों में पार्टी की क्या रणनीति रहेगी। वहीं इससे पहले प्रशांत किशोर को लेकर राजस्थान सीएम अशोक गहलोत ने कहा, प्रशांत किशोर देश में एक ब्रांड बन गये हैं। प्रशांत किशोर को कई राज्यों में काम करने का अनुभव है। प्रशांत किशोर एक एजेंसी के रूप में देश भर में काम करते हैं जो प्रोफेशनल एजेंसीज से काम लेते रहते हैं। विपक्ष को एकजुट करने में प्रशांत किशोर काम कर रहे हैं।
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी की अध्यक्षता में हुई बैठक में दिग्गविजय सिंह, अम्बिका सोनी, केसी वेणुगोपाल, मुकुल वासनिक, राणदीप सुरजेवाला, प्रियंका गांधी और प्रशांत किशोर मौजूद रहे। जानकारी के अनुसार बैठक में प्रशांत किशोर कांग्रेस नेताओं को बैठक में 52 स्लाइड का प्रेजेंटेशन दिया गया। जिसमे 18 स्लाइड कांग्रेस के कम्युनिकेशन स्ट्रेटजी से संबंधित है। 10 स्लाइड में ये बताया जा रहा है की किन राज्यों से पार्टी की सीट बढ़ सकती है। इसके साथ ही 4 स्लाइडों में उन्होंने कि किन राज्यों में पार्टी को तुरंत मजबूत करने की जरूरत है। 5 स्लाइड ऐसे थीं जहां 4-5 राज्यों में गठबंधन के उपर प्रेजेंटेशन दिया है।
गौरतलब है कि प्रशांत किशोर के मिशन 2024 के प्रेजेटेंशन को लेकर कांग्रेस कितना संजीदा है कि इसकी कमान खुद पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी ने संभाल रखी है। वहीं विदेश दौरे पर होने के कारण लगातार तीसरे दिन राहुल गांधी इस बैठक में शामिल नहीं हो पाए।
सूत्रों के अनुसार प्रशांत किशोर के चुनाव प्रस्ताव और उनको पार्टी में शामिल करने को लेकर पार्टी जल्दी आधिकारिक ऐलान करेगी। हालांकि उनके कांग्रेस में शामिल होने को लेकर अब तक तस्वीर साफ नहीं हो पाई है। पार्टी के कुछ नेता अन्य राजनीतिक दलों से उनके करीबी संबंध होने के चलते इसका विरोध कर रहे हैं। उनका कहना है कि पीके का संबंध ऐसे दलों से है जिनका कांग्रेस से सीधा मुकाबला है या जो कांग्रेस को पसंद नहीं करते हैं, जैसे टीआरएस, वाईएसआर कांग्रेस, टीएमसी। गौरतलब है कि पिछले साल भी इन्हीं वजहों से प्रशांत किशोर और कांग्रेस के बीच बातचीत असफल हो गई थी।
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सूत्रों के अनुसार प्रशांत किशोर ने कांग्रेस को एक ऐसा प्रस्ताव दिया है जिसके अंतर्गत पार्टी 370 सीटों पर चुनाव लड़ सकती है और कुछ खास राज्यों की सीटों पर मित्र दलों के साथ गठबंधन कर सकती है। पीके ने सुझाव दिया है कि कांग्रेस को यूपी, बिहार और ओडिशा में अकेले लड़ना चाहिए, जबकि तमिलनाडु, पश्चिम बंगाल और महाराष्ट्र में गठबंधन करना चाहिए।
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