लखनऊः राजधानी लखनऊ के परिवर्तन चौक पर सीएए-एनआरसी कानून के विरोध में जुटी भीड़ के हिंसा के बाद शहर में लगी होर्डिंग में टॉप पर सदफ जाफर रहीं। सदफ जाफर को फरार मानते हुए शहर में लखनऊ पुलिस और जिला प्रशासन ने होर्डिंग लगायी गयी, आज सदफ को कांग्रेस ने लखनऊ मध्य विधानसभा से अपना उम्मीदवार बनाया है। सदफ जाफर का नाम लखनऊ में सीएए और एनआरसी कानूनों के विरोध के लिए पहचाना जाता रहा है।
सदफ वैसे कांग्रेस की महिला विंग की राष्ट्रीय संयोजक भी रही हैं। सदफ जाफर को कांग्रेस ने लखनऊ मध्य विधानसभा से उतार कर सीधे तौर पर भाजपा को चुनौती दी है। भाजपा से मध्य विधानसभा से मंत्री ब्रजेश पाठक विधायक जीते थे और इस सीट पर 2017 में कांटे की टक्कर में समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार रविदास मेहरोत्रा हारे थे। लखनऊ मध्य विधानसभा में हिन्दू, मुस्लिम दोनों ही आबादी पर्याप्त है।
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सीएए और एनआरसी के विरोध में बड़ी संख्या में मध्य विधानसभा के चेहरे चिन्हित किये गये थे। इसमें सीएए विरोध कई चेहरों टिकट की उम्मीद लगाये हुए हैं और इसमें सदफ प्रमुख चेहरे के रुप में रहीं जो कांग्रेस से टिकट प्राप्त कर चुकी है। सदफ जाफर ने बीते दिनों अपने संदेश में कहा कि आसान नहीं है ‘लड़की हूं लड़ सकती हूं’ को जीना। पेट पर लात खाकर महीनों खून रिसा है, नील रहे हैं, एक डिग्री तापमान में बीस दिन की जेल सही है। सौ होर्डिंग पर अपनी तस्वीर नाम व पता देखा है। कचहरी, धमकी, गाली, द्वेष और अब बोली लगने के बाद भी ये दम रखती हूं कि कहूं लड़की हूं लड़ सकती हूं।
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