उत्तर प्रदेश राजनीति

कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अजय राय ने बजट पर दी तीखी प्रतिक्रिया, कही ये बात

लखनऊ: उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष, पूर्व मंत्री अजय राय ने योगी सरकार द्वारा प्रस्तुत बजट (budget) पर अपनी तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि यह बजट शब्दों और वाक्यों की बाजीगरी कर प्रदेश के युवाओं को भ्रमित करने वाला तथा पिछड़ों और दलितों को धोखा देने वाला है। महिलाओं और किसानों को निराश करने वाला है। श्री राय ने कहा कि इस सरकार के किसान हितैषी होने की सच्चाई यह है कि उत्तर प्रदेश में एक कृषक परिवार की औसत मासिक आय 6668 है, जो राष्ट्रीय औसत आय 8931 से 35 प्रतिशत कम है। पिछले 5 वर्षों में राज्य गन्ने के परामर्शी मूल्य में मात्र 35 रुपये की बढ़ोतरी की गयी, जबकि इस बीच गन्ने की खेती की लागत कई गुना बढ़ गयी। आलू, प्याज और टमाटर को एमएसपी पर लाने का वादा किया गया था, जिसका राज्य के किसान आज भी बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि इस बजट में युवाओं को रोजगार कैसे दिया जाए इसका कोई स्पष्ट रोडमैप नहीं है, न तो सरकार खुद रोजगार दे पा रही है और न ही निजी क्षेत्र में कोई विस्तार है, जोर सिर्फ खुद पर है। बजट इस पर मौन है कि स्वरोजगार वाले युवाओं को पर्याप्त पूंजी, प्रौद्योगिकी और बाजार कैसे मिलेगा। योगी सरकार के झूठ की ओर इशारा करते हुए श्री राय ने कहा कि विधवा और वृद्धा पेंशन को 1000 रुपये से बढ़ाकर 1500 रुपये करने की बात कही गयी थी, जो आज तक पूरी नहीं हुई। चुनावी राज्यों में 500 रुपये का एलपीजी सिलेंडर मिल रहा है तो उत्तर प्रदेश में क्यों नहीं? बजट में इसके लिए प्रावधान क्यों नहीं है? उन्होंने कहा कि राज्य में लघु एवं सूक्ष्म उद्योग जर्जर हो गये हैं और बंद होने की कगार पर हैं, पूरे बजट में उनके लिए कोई गंभीर नीति नहीं है। बजट में पूरा जोर नई योजनाओं की घोषणा पर है। पुरानी योजनाओं का कोई सिलसिला नहीं है। इस बार भी 24868 करोड़ रुपये की नई योजनाओं की घोषणा की गई लेकिन पिछले बजट में घोषित 32721 करोड़ रुपये की योजनाओं का क्या हुआ, इस पर कोई चर्चा नहीं हुई। यह भी पढ़ेंः-सिनेमाघर में धूम मचाने के बाद अब विवाह 3 का होगा टेलिविजन प्रीमियर श्री राय ने कहा कि पूरा बजट प्रतीकात्मकता से भरा है। ढेर सारी योजनाएं, सिर्फ दिखावा बजट, सिर्फ लोकलुभावन बातें। इसका स्पष्ट उदाहरण यह है कि बजट में असाध्य रोगों के लिए मात्र 125 करोड़ रुपये का आवंटन इतने बड़े राज्य के मुंह में तिनके के समान है। दूसरा उदाहरण आवारा पशुओं से फसलों को बचाने के लिए 12 वोल्ट करंट वाली सोलर इलेक्ट्रिक फेंसिंग लगाने की योजना है, जिसके लिए पूरे प्रदेश के 75 जिलों के लिए मात्र 50 करोड़ रुपये का आवंटन किसानों के साथ मजाक के अलावा कुछ नहीं है। श्री राय ने कहा कि कुल मिलाकर यह बजट आर्थिक मानकों पर पूरी तरह फेल है। यह बजट निराशा के अलावा कुछ नहीं है। (अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक और ट्विटर(X) पर फॉलो करें व हमारे यूट्यूब चैनल को भी सब्सक्राइब करें)