भोपालः मध्य प्रदेश कांग्रेस मीडिया विभाग के उपाध्यक्ष भूपेंद्र गुप्ता ने आरोप लगाया है कि मध्यप्रदेश में अभी भी व्यापमं की जेनेटिक चेन गुपचुप प्रदेश में काम कर रही हैं। हालांकि व्यापमं की बदनामी से बचने के लिये संस्थान का नाम बदलकर अंग्रेजी में प्रोफेशनल एग्जामिनेशन बोर्ड (पीईबी) कर दिया गया है, लेकिन व्यापमं की तकनीकि कलाकारियां आज भी जारी है?
भूपेन्द्र गुप्ता ने रविवार को मीडिया को एक बयान में कहा कि जेल प्रहरी की परीक्षा कराने वाली एजेंसी का परीक्षा एंजिन सॉफ्टवेयर आधार सर्वर से इंटीग्रेट ही नहीं था इसके बावजूद तीन लाख परीक्षार्थियों की परीक्षा ले ली गई जबकि परीक्षा एजेंसी को ऐसा करना जरूरी था। इसी खामी के चलते पीईबी ने अब जाकर 11 फरवरी को परीक्षा कराने वाली एजेंसी एनएस ईआईटी को नोटिस जारी किया है एवं आधार सर्वर इंटीग्रेशन करने को कहा है। इसके कारण लगभग 18 लाख परीक्षार्थियों की परीक्षा नहीं हो पा रही है इसमें आरक्षक भर्ती परीक्षा भी शामिल है।
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कांग्रेस नेता ने सवाल किया है कि आरक्षक परीक्षा के लिए जिस आधार पर एन एस ई आई टी को नोटिस दिया गया है तो फिर उसी कमी के चलते जेल प्रहरी परीक्षाएं रद्द क्यों नहीं की गईं? क्या जेल प्रहरी परीक्षा में व्यापम घोटाला जैसा कोई घोटाला किया जा रहा है? उन्होंने निष्पक्ष भर्तियों के लिए तत्काल इस तकनीकी घोटाले की जांच करने की मांग की है क्योंकि लगभग तीन लाख परीक्षार्थियों के भविष्य का फैसला इससे जुड़ा हुआ है।