Featured राजनीति

कांग्रेस ने ‘नोटबंदी-जीएसटी और लॉकडाउन’ को बताया ‘डिजास्टर स्ट्रोक’

नई दिल्ली: सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) में गिरावट को लेकर प्रमुख विपक्षी पार्टी कांग्रेस लगातार केंद्र की मोदी सरकार पर हमलावर है। कांग्रेस का कहना है कि केंद्र सरकार की गलत नीतियों और फैसलों का नतीजा है कि पिछले 73 साल में पहली बार अर्थव्यवस्था अपने सबसे बुरे स्तर पर है। इससे आम आदमी का आर्थिक पक्ष भी पूरी तरह बर्बाद हो गया है। कांग्रेस ने मोदी सरकार के मास्टर स्ट्रोक ‘नोटबंदी, जीएसटी और लॉकडाउन’ को ‘डिज़ास्टर स्ट्रोक’ की संज्ञा दी है।

कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने गुरुवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा कि 73 साल में पहली बार अर्थव्यवस्था और आम आदमी, दोनों की कमर टूटी है। आज देश में चारों ओर आर्थिक तबाही का नजारा है। एक ओर लोगों को रोजगार नहीं मिल रहा, तो दूसरी ओर तमाम लोग बेरोजगार हो रहे हैं। उद्योग-धंधे और व्यवसाय भी ठप पड़ गए हैं।

सुरजेवाला ने कहा कि पिछले छह साल से सरकार की नीतियों की वजह से लगातार अर्थव्यवस्था डूब रही है और अब मोदी सरकार इसे ‘एक्ट ऑफ गॉड’ यानि दैवीय घटना बताकर पीछा छुड़ाना चाहती है। उन्होंने कहा कि अगर महामारी ‘दैवीय घटना’ है तो वर्ष 2017-18, 2018-19 और 2019-2020 के दौरान अर्थव्यवस्था के कुप्रबंधन की व्याख्या कैसे करेगी सरकार? क्या सिर्फ बहाने बनाने से समस्या का समाधान हो जाएगा या फिर कोई ठोस सकारात्मक कदम भी उठाएगी।

यह भी पढ़ेंः-भाजपा के लिए मुसीबत बना कायस्थों को कार्यकारिणी में जगह न देने का फैसला

केंद्र पर निशाना साधते हुए कांग्रेस नेता ने कहा कि लोगों का विश्वास सरकार से पूरी तरह उठ चुका है। आज लघु, छोटे और मध्यम उद्योगों से पूछा जाएगा तो वो बताएंगे कि उन्हें बैंक से कर्ज नहीं मिल पा रहा है। ऐसे में व्यापार क्षेत्र पूरी तरह डूबने की कगार पर है। कांग्रेस नेता ने महामारी के दौरान सरकार द्वारा घोषित 20 लाख करोड़ के पैकेज को ‘जुमला आर्थिक पैकेज’ बताया। उन्होंने कहा कि इस डूबती अर्थव्यवस्था और गिरती जीडीपी को संभालने में यह पैकेज पूरी तरह विफल रहा है।