Featured राजनीति

बंगाल में कोरोना वैक्सीनेशन से पहले ही श्रेय लेने की मची होड़

कोलकाताः कोरोना महामारी के खिलाफ टीकाकरण के जरिए आखिरी जंग को लेकर भी पश्चिम बंगाल में संग्राम छिड़ गया है। आरोप है कि केंद्र सरकार की ओर से मुफ्त में मिलने वाले वैक्सीन को ममता बनर्जी की सरकार अपना बता कर दुष्प्रचार कर रही है। इसे लेकर लोगों को गुमराह किया जा रहा है। दरअसल राज्य के पुलिस कर्मियों के मोबाइल पर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के नाम पर मैसेज आए हैं जिसमें कोरोना के खिलाफ जंग में पुलिस कर्मियों की भूमिका को सराहा गया है। इसमें लिखा है, "कोरोना के खिलाफ लड़ाई में एक कोरोना वारियर्स के रूप में मैं आपका सम्मान करती हूं। जैसे आपने हमेशा लोगों की सेवा की है आप और आपका परिवार हमेशा अच्छा और स्वस्थ रहें।" इसके अलावा जगह-जगह तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ता बैनर पोस्टर लगा रहे हैं जिसमें लिखा गया है कि हमारे राज्य के प्रत्येक व्यक्ति को मुफ्त में कोरोना की वैक्सीन दी जाएगी।

इसे लेकर भारतीय जनता पार्टी ने सवाल खड़ा किया है। भाजपा के केंद्रीय सह प्रभारी अमित मालवीय ने ट्वीट किया, "बंगाल में अब कोरोना वैक्सीन को लेकर सीएम ममता बनर्जी फर्जी दावे कर रही हैं कि उनकी सरकार सभी फ्रंटलाइन कार्यकर्ताओं को मुफ्त कोरोना वैक्सीन प्रदान कर रही है। इसके साथ ही टीएमसी कैडर पोस्टर लगाने के लिए एक दूसरे से होड़ मचा रहे हैं जिसमें लिखा है हमारे राज्य के प्रत्येक व्यक्ति को मुफ्त में कोरोना वैक्सीन दी जाएगी। बेशर्मी की कोई सीमा नहीं है। सच्चाई यह है कि ममता बनर्जी कोरोना से मुकाबले में पूरी तरह से विफल रही हैं।"

यह भी पढ़ेंः-कोरोना वैक्सीनेशन के लिए गुजरात सरकार तैयार, बनाया गया डाटाबेस

उल्लेखनीय है कि 16 जनवरी से शुरू होने वाले टीकाकरण अभियान के पहले चरण में तीन करोड़ स्वास्थ्य कर्मियों को मुफ्त में टीका लगाया जाना है। इसके बाद सैन्य बलों की बारी है।