रॉयल नेवी ऑफ ओमान के कमांडर पहुंचे भारत, इन मुद्दों पर हुई चर्चा

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नई दिल्लीः रॉयल नेवी ऑफ ओमान (सीआरएनओ) के कमांडर रियर एडमिरल सैफ बिन नासिर बिन मोहसिन अल रहबी भारत की सद्भावना यात्रा पर हैं। उन्होंने सोमवार को राष्ट्रीय युद्ध स्मारक पर श्रद्धांजलि अर्पित करके अपनी यात्रा शुरू की। साउथ ब्लॉक लॉन में नौसेनाध्यक्ष एडमिरल आर. हरि कुमार ने उनका भव्य स्वागत किया और गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। दोनों नौसेना प्रमुखों ने नौसेनाओं के बीच सहयोग बढ़ाने के रास्ते तलाशने के लिए चर्चा की।

सीआरएनओ की इस यात्रा का उद्देश्य भारतीय नौसेना के साथ द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करना और भारत के साथ रक्षा सहयोग के नए रास्ते तलाशना है। सीआरएनओ मुंबई में भारतीय नौसेना के पश्चिमी नौसेना कमान का भी दौरा करेंगे, जहां वह पश्चिमी नौसेना कमान के फ्लैग ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ और नेवल डॉकयार्ड, मुंबई में विजिटिंग जहाजों के कमांडरों से बातचीत करेंगे। रॉयल नेवी ऑफ ओमान के कमांडर की यह भारत की पहली यात्रा भारतीय नौसेना और ओमान की रॉयल नेवी के बीच बढ़ते सहयोग को दर्शाती है, जिसमें संचालन संबंधी बातचीत, प्रशिक्षण और विषय विशेषज्ञों का आदान-प्रदान शामिल है।

भारतीय नौसेना कई मोर्चों पर ओमान की रॉयल नेवी के साथ सहयोग करती है, जिसमें परिचालन बातचीत, प्रशिक्षण सहयोग और विभिन्न क्षेत्रों में विषय विशेषज्ञों का आदान-प्रदान शामिल है। दोनों नौसेनाएं 1993 से द्विवार्षिक समुद्री अभ्यास ‘नसीम अल बहर’ में भाग ले रही हैं। यह अभ्यास आखिरी बार 2020 में गोवा में आयोजित किया गया था और अगला संस्करण इस साल के अंत में निर्धारित किया गया है।

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आईएनएस सुदर्शनी ने 21 दिसंबर, 2021 को मस्कट का दौरा करके समुद्री अनुभव के लिए आरएनओ सी राइडर्स की शुरुआत की थी। पिछले साल सितम्बर में तत्कालीन नौसेनाध्यक्ष एडमिरल करमबीर सिंह ने रॉयल नेवी ऑफ ओमान के साथ व्हाइट शिपिंग सूचना आदान-प्रदान के लिए एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए थे। इस समझौते से भारत और ओमान के बीच मर्चेंट शिपिंग ट्रैफिक पर सूचना के आदान-प्रदान में सुविधा होगी। इसके साथ ही इस क्षेत्र में समुद्री सुरक्षा भी बढ़ेगी।

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