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यूपीटीईटी पेपर लीक मामले पर सीएम योगी सख्त, बोले-दोषियों के विरुद्ध होगी गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई

लखनऊः उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा (यूपीटीईटी) 2021 का पर्चा लीक होने के बाद सरकार और शासन तुरंत एक्टिव हो गया है और एसआईटी को परीक्षा की जांच सौंप दी गयी है। वहीं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इस प्रकरण पर सख्त तेवर अख्तियार करते हुए कहा कि अभ्यर्थियों के भविष्य के साथ खिलवाड़ करने वालों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जायेगा। पेपर लीक करने वाले गिरोह को गिरफ्तार करने के निर्देश दिए जा चुके हैं। दोषियों को चिह्नित कर त्वरित कार्रवाई की जा रही है। दोषियों के विरुद्ध गैंगस्टर एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कर उनकी संपत्ति भी जब्त की जाएगी।

उन्होंने कहा कि सरकार अभ्यर्थियों के साथ खड़ी है। एक माह के अंदर पारदर्शी तरीके से पुनः परीक्षा आयोजित होगी। किसी भी अभ्यर्थी से कोई अतिरिक्त शुल्क नहीं लिया जाएगा। साथ ही परीक्षा देने वाले अभ्यर्थियों को आने-जाने के लिए परिवहन विभाग की बसों में निःशुल्क यात्रा की सुविधा दी जाएगी। उन्होंने कहा कि अभ्यर्थियों की असुविधा के लिए जिम्मेदार लोगों को सजा जरूर मिलेगी।

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उल्लेखनीय है कि यूपी टीईटी पेपर लीक मामले की जांच कर रही एसटीएफ ने लखनऊ, मेरठ, शामली, वाराणसी, गोरखपुर, कौशाम्बी और प्रयागराज से कुल 23 लोगों गिरफ्तार किया है। अभियुक्तों के पास से एसटीएफ को मोबाइल और कुछ पेपर के फोटोकॉपी मिले हैं, जिसे शासन से शेयर किया गया तो पता चला कि ये वही पेपर है जो यूपी टीईटी परीक्षा में परिक्षार्थियों को देनी थी। इसके बाद शासन स्तर पर निर्णय करते हुए परीक्षा को रद्द कर दिया गया है। परीक्षा दो पालियों में होनी थी। यह परीक्षा फिर से एक माह बाद होगी। इसमें परीक्षार्थियों को कोई भी फीस नहीं देना होगा।

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