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‘पारदर्शी तरीके से हो रही भर्ती प्रक्रिया’, 17वें नियुक्ति पत्र वितरण कार्यक्रम में बोले CM योगी

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लखनऊः योगी सरकार ने मिशन रोजगार के तहत शनिवार को लोकभवन में 17वें नियुक्ति पत्र कार्यक्रम में 400 अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र वितरित किए। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अभ्यर्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि सरकार रोजगार के सृजन की दिशा में नए कदम आगे बढ़ाते हुए 18 और 20 जुलाई को नियुक्ति पत्र वितरण का कार्यक्रम आयोजित करने जा रही है। आज उत्तर प्रदेश युवाओं के लिए अनुकूल है, जो उन्हें सफलतापूर्वक आगे बढ़ने के लिए मंच प्रदान कर रहा है। उन्होंने कहा कि प्रदेश के युवाओं को अधिक से अधिक रोजगार उपलब्ध कराने और सरकारी नौकरी देने के लिए ग्रुप टू और थ्री के नॉन गजटेड पदों में इंटरव्यू की प्रक्रिया को समाप्त किया गया है, जो सरकार के हर युवा को नौकरी उपलब्ध कराने के दृढ़ संकल्प को दर्शाता है।

17वें नियुक्ति पत्र कार्यक्रम में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग एवं उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग द्वारा चयनित 66 समीक्षा अधिकारी/सहायक समीक्षा अधिकारी (उत्तर प्रदेश राजस्व परिषद), 204 अनुदेशक (प्राविधिक शिक्षा विभाग) एवं 130 कनिष्ठ सहायक (लोक निर्माण विभाग) के अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र दिये। इस अवसर पर सीएम योगी ने कहा कि जब सरकार की कार्यपद्धति में कोई खोट नहीं होता है तो उसके कार्यों का लाभ पूरे प्रदेशवासियों को मिलता है। जिस तरह आज प्रदेश के हर वर्ग को मिल रहा है। यही वजह है कि आज प्रदेश की पहचान का संकट भी समाप्त हुआ है। प्रदेश के युवाओं को रोजगार के लिए दूसरे राज्यों में नहीं भटकना पड़ रहा है। सरकार की नीतियों का यह असर रहा कि पिछले 6 वर्षों में लगभग 6 लाख शासकीय नियुक्तियां दी गयी हैं। इन नियुक्तियों की प्रक्रिया में कोई प्रश्न खड़ा नहीं कर पाया। साथ ही किसी भी विभाग के नियुक्ति की कोई भी प्रक्रिया न्यायालय में लंबित नहीं है और न ही न्यायालय द्वारा कोई टिप्पणी की गयी। आज निष्पक्ष और पारदर्शी तरीके से उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग, अधीनस्थ सेवा चयन आयोग, शिक्षा आयोग या विभिन्न विभागों के स्तर पर चयन की प्रक्रिया संपन्न की जा रही है। इससे प्रदेश के युवाओं की प्रतिभा को प्रदेश में ही सम्मान मिलने लगा है।

उन्होंने कहा कि वर्ष 2017 के पहले क्या स्थितियां थीं, सभी जानते हैं। उस समय प्रदेश के युवाओं के मन में निराशा और हताशा थी। प्रदेश में चयन की प्रक्रिया में भेदभाव होता था। ऐसे में उन्हे बाहर जाने के लिए मजबूर होना पड़ता था। इस दौरान वह अपनी पहचान को छुपाता था क्योंकि उत्तर प्रदेश का नाम लेते तो लोग वहां पर चयन की बात तो दूर किराए पर कमरा भी नहीं देते थे। वहीं आज प्रदेश का युवा देश में कहीं भी जाए उसका लोग पलक बिछाए स्वागत और सम्मान करते हैं।

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मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश के बहुत से युवा 2017 के पहले वाले दौर से भी गुजरे होंगे। उन्होंने नौकरी समेत अन्य व्यवस्थाओं में भेदभाव, भाई-भतीजावाद और जातिवाद के दंश को झेला होगा। इस दौरान उन्होंने अराजकता के कारण अपने बहुमूल्य समय को खोते हुए देखा होगा, लेकिन पिछले 6 वर्षों में जो परिवर्तन हुआ है, उससे सभी को एक नई व्यवस्था देने का कार्य किया गया है। उन्हे आज सुरक्षा, भ्रष्टाचार मुक्त व्यवस्था, पूरी शुचिता और पारदर्शी तरीके से नियुक्ति पत्र वितरित किए जा रहे हैं। वहीं प्रदेश सरकार भी आप सब से अपेक्षा रखती है कि इसी प्रकार की व्यवस्था को और अधिक मजबूत बनाने में आप सभी अपना योगदान देते रहें। आप सभी के प्रयासों से आने वाली पीढ़ी को अनवरत लाभ प्राप्त होगा।

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