लखनऊः प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने नए साल के पहले दिन वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से उत्तर प्रदेश सहित देश के छह राज्यों में ग्लोबल हाउसिंग टेक्नोलॉजी चैलेंज-इंडिया (जीएचटीसी-इंडिया) के तहत लाइट हाउस प्रोजेक्ट्स (एलएचपी) का शिलान्यास किया। प्रदेश में राजधानी लखनऊ में सुलतानपुर रोड पर अवध विहार में इस परियोजना का शुभारम्भ किया गया है। कार्यक्रम में राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, केन्द्र आवासन एवं शहरी कार्य राज्य मंत्री हरदीप सिंह पुरी सहित अन्य मंत्री भी जुड़े। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने सम्बोधन में कहा कि लाइट हाउस प्रोजेक्ट मील का पत्थर साबित होंगे।
मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा सबके लिए आवास की योजना में तकनीक को जोड़ने की इस प्रक्रिया के साथ आज देश के महत्वपूर्ण राज्यों को एक साथ लाइट हाउस प्रोजेक्ट (एलएचपी) के लिए उनका आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि सबके लिए आवास की योजना में शहरी क्षेत्र में प्रदेश के 17.58 लाख से अधिक शहरी गरीब परिवारों को आवास दिए जाएंगे। उन्होंने कहा कि 6.15 लाख आवास पूर्ण करके उन सभी गरीब परिवारों को उपलब्ध कराए जा चुके हैं। वहीं 10.80 लाख परिवारों के आवास निर्माण विभिन्न प्रक्रिया से जुड़े हुए हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने बीबीटी के माध्यम से पात्र लाभार्थियों को इस धनराशि को उपलब्ध कराने और प्रत्येक आवास के साथ एक नोडल अधिकारी को जोड़ने की पहल की है। सरकार समयबद्ध और मानक की गुणवत्ता को बनाए रखते हुए इस कार्यक्रम को प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन और प्रेरणा से पूरी प्रतिबद्धता के साथ आगे बढ़ा रही है। प्रदेश के शहरी क्षेत्र के उन निवासियों को, जिनके पास अपना आवास नहीं था या जिनके आवास जर्जर थे, उन्हे इसका लाभ प्रदान करने में सफलता प्राप्त की गई है।
मुख्यमंत्री ने जीएचटीसी-इंडिया के प्रारंभ होने को लेकर प्रधानमंत्री का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि इस परियोजना का मुख्य उद्देश्य है कि हम कैसे टिकाऊ, पर्यावरण अनुकूल और आपदा रोधी तकनीक पर आधारित आवासीय सुविधा के निर्माण की कार्रवाई को आगे बढ़ा सके। उन्होंने कहा कि लाइट हाउस प्रोजेक्ट इस दिशा में मील के पत्थर साबित होंगे। मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन में देश के अंदर सबके लिए आवास की योजना में उत्तर प्रदेश के प्रदर्शन का श्रेय प्रधानमंत्री को देते हुए उनका आभार व्यक्त किया।
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लाइट हाउस प्रोजेक्ट के आवास निर्माण में आधुनिक तकनीक का होगा प्रयोग
प्रधानमंत्री आवास योजना शहरी के अंतर्गत अवध विहार योजना लखनऊ में लाइट हाउस प्रोजेक्ट के आवासों के निर्माण में स्टे-इन पीवीसी फॉर्म फॉर्मवर्क सिस्टम तकनीक का प्रयोग होगा। स्टे-इन-प्लेस फॉर्मवर्क एक स्थाई और स्थिर रहने वाली तकनीक है जो विश्वभर में आमतौर पर निर्माण परियोजनाओं में उपयोग की जाती है। अवध विहार योजना लाइट हॉउस प्रोजेक्ट में 131 करोड़ रुपये की लागत से 14 मंजिला टॉवर बनना है, जिसमें 1,040 फ्लैट आर्थिक रूप से कमजोर तबके के लोगों के लिए निर्मित होंगे। ये प्रोजेक्ट एक वर्ष में पूर्ण करने का लक्ष्य है। प्रत्येक आवास का कॉरपोरेट एरिया 34.5 वर्ग मीटर होगा।