लखनऊः मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपनी सरकार के चार वर्ष पूर्ण होने के अवसर पर उपलब्धियों को जनता के सामने रखा। उन्होंने इस मौके पर प्रदेशस्तरीय विकास पुस्तिका का विमोचन भी किया। इस दौरान उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य और डॉ. दिनेश शर्मा, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह व कैबिनेट मंत्री सुरेश खन्ना भी उपस्थित रहे। मुख्यमंत्री ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि बीते चार वर्षों में उत्तर प्रदेष बीमारू राज्य की श्रेणी से उबर कर देश के सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था के रूप में उभरा है। हर सेक्टर में अच्छा कार्य किया गया है। उत्तर प्रदेश को लेकर लोगों की धारणा बदली है। रोजगार, कृषि, कानून व्यवस्था, सिंचाई सहित सभी क्षेत्रों में बेहतर कार्य किये गये हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मार्गदर्शन और निर्देशन में राज्य सरकार ने रिफॉर्म, परफॉर्म और ट्रांसफॉर्म के मंत्र को मूर्त रूप देते हुए व्यापक परिवर्तन किये हैं। उन्होंने कहा कि पिछले चार वर्षों के दौरान पार्टी के केन्द्रीय नेतृत्व और प्रदेश संगठन के पदाधिकारियों और मंत्रिमंडल के सभी सहयोगियों की मदद से हम लोगों ने प्रदेश के अंदर जो परिवर्तन किया है, आज विश्वास के साथ कहा जा सकता है कि इस परिवर्तन ने उत्तर प्रदेश को एक नई पहचान दी है। उन्होंने पहले की स्थिति का जिक्र करते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश की आबादी सर्वाधिक होने के बावजूद जब अर्थव्यवस्था, प्रदेश में निवेश की संभावनाओं, निवेश के अनुकूल वातावरण या उत्तर प्रदेश की प्रति व्यक्ति आय की बात आती थी तो इसमें हम लोग प्रथम तीन स्थानों पर कहीं नहीं थे। यही नहीं प्रदेश के अन्दर आबादी अधिक थी, तो बेरोजगारी की दर भी अधिक होती थी, लेकिन अब प्रसन्नता की अनुभूति है कि आज उत्तर प्रदेश निवेश अनुकूल वातावरण बनाने में पूरी तरह सफल रहा। इज ऑफ डूइंग बिजनेस में यानी व्यवसायिक सुगमता में आज उत्तर प्रदेश देश के अंदर दूसरे स्थान पर है, जबकि 2015-16 में प्रदेश 14वें स्थान पर था। इसी तरह 2015-16 में उत्तर प्रदेश की अर्थव्यवस्था देश में पांचवें-छठे स्थान पर थी। वहीं यूपी दूसरी अर्थव्यवस्था के रूप में देश में उभरा है।
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उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में चार वर्ष में 40 लाख परिवारों को आवास मिले हैं। हर गांव की कनेक्टिविटी को बेहतर बनाया गया है। प्रदेश सरकार ने पूंजी निवेश की राह में आने वाली बाधाओं को चिन्हित कर सिंगल विंडो प्रणाली के माध्यम से निवेश प्रक्रियाओं को सुगम बनाया है।