उत्तर प्रदेश

अपराधियों की अब खैर नहीं, यूपी में जल्द होगा STF का गठन

लखनऊः उत्तर प्रदेश में बेखौफ अपराधियों पर लगाम लगाने के लिए योगी सरकार बड़ा कदम उठाने जा रही है। यूपी जल्द ही स्पेशल सिक्योरिटी फोर्स (STF) का गठन किया जाएगा। इसी के चलते बुधवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने यूपी पुलिस के बुनियादी ढांचे के विकास से जुड़ी 144 परियोजनाओं के लोकार्पण और शिलान्यास किया। वहीं कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि दंगाइयों से सहानुभूति रखने वाली पिछली सरकारों ने दंगाइयों के लिए काल कही जाने वाली पीएसी बल की कंपनियों को खत्म करने की कोशिश की थी।

सीएम ने पिछली सरकारों पर साधा निशाना

मुख्यमंत्री ने पिछली सरकारों को निशाने पर लेते हुए कहा कि उस वक्त दंगाइयों को गले लगाने का कार्य किया गया। हर कोई जानता है कि उत्तर प्रदेश का पीएसी बल दंगाइयों के लिए काल है, मगर पिछली सरकारों ने पीएसी की 54 कंपनियों को ही खत्म करने का काम किया था, जिसे हमने पुनर्गठित किया। सीएम ने कहा कि यूपी में जल्द ही स्पेशल सिक्योरिटी फोर्स का गठन किया जाएगा। यूपी के अंदर एसडीआरएफ का गठन, जोनल रेंज स्तर पर फॉरेंसिक लैब, यूपी में फॉरेंसिक इंस्टीट्यूट, एसएसएफ का गठन किया गया। अयोध्या श्रीरामलला के मंदिर की सुरक्षा का दायित्व एसएसएफ ही उठा रही है। सीएम योगी ने यूपी पुलिस के व्यवहार में आए बदलाव की भी सराहना की। उन्होंने कहा कि यूनिफॉर्म में आप किसी से शिष्टाचार से बात करते हैं तो उसका बहुत सकारात्मक प्रभाव पड़ता है। हमारी जीरो टॉलरेंस की नीति समाज विरोधी, राष्ट्रविरोधी और पेशेवर माफिया के लिए होनी चाहिए। कॉमन मैन को संवेदनशीलता और त्वरित न्याय देने का प्रयास होना चाहिए। ये भी पढ़ें..असम के बाद बंगाल में कांग्रेस को बड़ा झटका, कौस्तव बागची ने पार्टी से दिया इस्तीफा

सभी 75 जनपदों में होंगे साइबर थाने

सीएम योगी ने कहा कि यूपी देश का पहला राज्य बन गया है, जिसके सभी 75 जिलों में साइबर थाने होंगे। 18 जिलों में ये पहले बन चुके थे, बाकी 57 का आज उद्घाटन हो रहा है। इसके साथ ही सभी 1,523 थानों में साइबर सेल का गठन किया गया है। अब साइबर क्राइम से जुड़े मामले के लिए जोन और रेंज स्तर पर नहीं जाना होगा, बल्कि थानों पर ही साइबर सेल में शिकायत सुनी जाएगी। मुख्यमंत्री ने गृह विभाग द्वारा प्रदेश की जनता और पुलिस कार्मिकों को जोड़ते हुए 2,310 करोड़ की परियोजनाओं के लिए बधाई दी। उन्होंने कहा कि नए भारत के नए उत्तर प्रदेश में पुलिस बल के बुनियादी ढांचे को मजबूत करने का काम, जो 2017 में शुरू हुआ, तेजी से जारी है। ये वो इलाका था जहां कोई आना नहीं चाहता था। यूपी के युवा राज्य के बाहर अपनी पहचान बताने से डरते थे। राज्य में नये जिले तो बनाये गये, लेकिन पुलिस लाइन नहीं बनायी गयी। पुलिस की आत्मा पुलिस लाइन में है, जिलों में पुलिस लाइन नहीं बनी, मानो किसी व्यक्ति के शरीर से आत्मा निकाल ली गई हो। हमारी पुलिस फोर्स को भी ऐसे ही छोड़ दिया गया।

144 परियोजनाओं का किया लोकार्पण और शिलान्यास

मुख्यमंत्री ने कहा कि आज आप राज्य के बड़े महानगरों को छोड़कर किसी भी छोटे जिले में जाएंगे तो वहां आपको सबसे ऊंची इमारत हमारे पुलिस जवानों की इमारत दिखेगी। कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री योगी ने 2310 करोड़ रुपये से अधिक की 144 परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया। इनमें 21 थाने, दो पुलिस लाइन, दो पीएसी वाहिनी, दो यूपी एसटीएफ वाहिनी और 35 थानों पर मेडिकल रूम का शिलान्यास किया गया। वहीं, 3 पुलिस स्टेशनों के प्रशासनिक भवन, 3 पुलिस स्टेशनों के आवासीय भवन, 3 पुलिस चौकियों के प्रशासनिक भवन, 34 पुलिस स्टेशनों पर छात्रावास/बैरक/जांच कक्ष 5 एटीएस फील्ड यूनिट कार्यालय, 6 पुलिस लाइनों में छात्रावास सहित 7 अन्य निर्माण कार्य का शिलान्यास भी किया गया। इसके अलावा 75 जिलों में 1,523 पुलिस स्टेशनों में साइबर सेल, 18 मंडल मुख्यालयों में भ्रष्टाचार निवारण संगठन पुलिस स्टेशन, 57 जिलों में साइबर अपराध पुलिस स्टेशन, 8 जिलों में भ्रष्टाचार विरोधी संगठन इकाइयों व कुशीनगर और प्रयागराज में पुलिस स्टेशनों का उद्घाटन किया गया। (अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक और ट्विटर(X) पर फॉलो करें व हमारे यूट्यूब चैनल को भी सब्सक्राइब करें)