लखनऊः प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नवनियुक्त अधिकारियों से कहा कि वे ईमानदारी, पारदर्शिता व न्याय के संकल्प के साथ सरकारी सेवा में आगे बढ़ें। उन्होंने कहा कि प्रशासनिक सेवा देश व प्रदेश की रीढ़ है। इसलिए उनके द्वारा हर व्यक्ति को न्याय मिलना चाहिए। सीएम योगी ने मंगलवार को नवनियुक्त 49 पीसीएस अधिकारियों को नियुक्ति पत्र वितरित किया। इन अधिकारियों का चयन यूपी लोक सेवा आयोग द्वारा किया गया है।
अपने संबोधन के दौरान मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि जो अधिकारी प्रारम्भ से ही ईमानदारी, पारदर्शिता व न्याय के संकल्पों पर ध्यान नहीं देते वे भविष्य में खुद के लिए समस्या बन जाते हैं। उनके खिलाफ तमाम शिकायतें आने लगती है। फिर जांच शुरु होती है और डिमोशन व बर्खास्तगी तक का सामना करना पड़ता है। वहीं जो अधिकारी पहले दिन से ही अच्छे संकल्पों के साथ आगे बढ़ते हैं वे जिलाधिकारी, आयुक्त और सचिव के पदों तक पहुंचते हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि उनके कार्यकाल में अब तक 4.5 लाख लोगों को नियुक्ति पत्र दिया जा चुका है।
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सीएम योगी ने कहा कि उनकी सरकार में एक भी भर्ती पर सवाल नहीं उठे। सभी नियुक्तियों में शुचिता और पूरी पारदर्शिता बरती जा रही है। उन्होंने कहा कि पूर्ववर्ती सरकारों में सरकारी नौकरियों में भाई-भतीजावाद, जातिवाद, भ्रष्टाचार इस कदर हावी हो चुका था कि भर्तियों की सीबीआई जांच तक होती थी। अदालतों को हस्तक्षेप करना पड़ता था। मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार में पिछले सवा चार वर्षों में करीब साढ़े चार लाख भर्तियां हुईं लेकिन अभी तक कोई भी चयन प्रक्रिया अदालत में लंबित नहीं है।