लखनऊः मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रदेश में अब चेहरा, जाति, मजहब और क्षेत्र की जगह योग्यता के आधार पर चयन की संस्कृति को बढ़ावा दिया जा रहा है। इसके साथ ही आरक्षण के नियमों का पालन करते हुए हर प्रतिभावान नौजवान को प्रोत्साहित किया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले साढ़े चार वर्षों में साढ़े चार लाख युवाओं को नियुक्ति दी गयी है। उन्होंने विपक्ष पर हमला बोलते हुए कहा कि पूर्व में चयन की विसंगति और सरकार की नीयत में खोट के कारण योग्यता का सम्मान नहीं होता था।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उत्तर प्रदेश में लोक सेवा आयोग (यूपीपीएससी) द्वारा आयोजित सम्मिलित राज्य/प्रवर अधीनस्थ सेवा परीक्षा-2019 में 145 में से 110 नायब तहसीलदारों को शुक्रवार को नियुक्ति पत्र वितरित किए। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि सरकार सभी नवचयनित नायब तहसीलदारों से अपेक्षा रखती है कि वह पूरी ईमानदारी से शासकीय व्यवस्था का हिस्सा बनने के साथ अपने उत्तरदायित्वों का निर्वहन करेंगे।
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सीएम ने कहा कि सुशासन का सबसे बड़ा केंद्र तहसील होते हैं। जमीन और वरासत के जटिल मामलों को हल करने में पीढ़ियां लग जाती हैं। ऐसे में आप जैसे युवा और ऊर्जावान नायब तहसीलदारों के माध्यम से तहसील की प्रक्रिया में पारदर्शिता लाने, जनसुनवाई को और तीव्र बनाने, राजस्व संबंधित मामलों के त्वरित निस्तारण को एक नई गति प्राप्त होगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश वही है, तंत्र वही है, संसाधन वही है, सब कुछ वही है, लेकिन विगत साढ़े चार वर्षों में प्रदेश की छवि बदली है।
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