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CM योगी आदित्यनाथ ने अपने जन्मदिन और पर्यावरण दिवस पर किया पौधरोपण

cm-yogi-adityanath CM Yogi Adityanath Birthday: गोरखपुरः मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और गोरक्ष पीठाधीश्वर के जन्मदिन के मौके पर उनके समर्थक बधाई दे रहे हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विश्व पर्यावरण दिवस एवं अपने जन्मदिवस पर सोमवार को गोरखपुर के गोरखनाथ मंदिर परिसर स्थित महायोगी गुरु गोरखनाथ गो सेवा केंद्र में हरिशंकरी बरगद, पीपल, पाकड़ के पौधे रोपे। गोरक्षपीठाधीश्वर योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को रुद्राभिषेक किया और भगवान भोलेनाथ से लोकमंगल की कामना की।

पर्यावरण दिवस पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का जन्म

किसी खास दिन और किसी के जन्मदिन के बीच का संबंध आमतौर पर महज एक संयोग होता है। ऐसा ही संयोग यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और नाथपंथ का मुख्यालय माने जाने वाले गोरखपुर स्थित गोरक्षपीठ के पीठाधीश्वर के साथ भी जुड़ा है। सीएम योगी का जन्मदिन भी 5 जून को ही पड़ता है, जिस दिन पूरी दुनिया में विश्व पर्यावरण दिवस मनाती है। जन्मदिन, विश्व पर्यावरण दिवस और वन और जल संरक्षण के प्रति उनकी प्रतिबद्धता इस खास दिन को और भी ज्यादा खास बनाती है।

पर्यावरण प्रेम विरासत में मिला

सीएम योगी आदित्यनाथ का पर्यावरण प्रेम बेहद पुराना है। उन्हें शायद यह विरासत में मिला है। उनका जन्म 05 जून 1972 को उत्तराखंड के पौड़ी गढ़वाल जिले की यमकेश्वर तहसील के पंचूर गांव में एक अत्यंत समृद्ध प्राकृतिक भूमि में हुआ। उनके पिता स्वर्गीय आनंद सिंह विष्ट वन विभाग में रेंजर थे। प्राकृतिक संसाधनों की दृष्टि से भगवान की सबसे समृद्ध भूमि में जन्म लेने और वन विभाग में पिता की सेवा करने से प्रकृति के प्रति उनका लगाव स्वाभाविक है। बाद में गोरखपुर आकर उन्होंने नाथपंथ में दीक्षा ली और गोरक्षपीठ के उत्तराधिकारी बने। फिर भी प्रकृति की दृष्टि से उन्हें बहुत ही सुन्दर वातावरण मिला। गोरखपुर में 50 एकड़ में फैले गोरखनाथ मंदिर परिसर की हरियाली, बीच-बीच में सुंदर फूलों की क्यारियां, भीम सरोवर के रूप में सुव्यवस्थित जलाशय, पॉलीथिन मुक्त परिसर इन सबका प्रमाण है। ये भी पढ़ें..World Environment Day 2023: पर्यावरण दिवस पर CM चौहान ने की...

सीएम योगी का पौधरोपण पर विशेष जोर

मुख्यमंत्री के रूप में योगी आदित्यनाथ के पहले कार्यकाल से ही प्रदेश में हरियाली बढ़ाने के लिए हर साल 135 करोड़ से ज्यादा पौधे रोपे गए, जिसका नतीजा भी सामने है। स्टेट ऑफ फॉरेस्ट रिपोर्ट 2021 के अनुसार उत्तर प्रदेश के कुल भौगोलिक क्षेत्रफल का 9.23 प्रतिशत भाग वनाच्छादित है। 2013 में यह 8.82 फीसदी थी। रिपोर्ट के अनुसार, 2019 के दौरान कुल वन आवरण और वृक्षों के आवरण में 91 वर्ग किलोमीटर की वृद्धि हुई है। साल 2030 तक राज्य सरकार ने इसे बढ़ाकर 15 फीसद करने का लक्ष्य रखा है। इस चुनौतीपूर्ण लक्ष्य को पूरा करने के लिए योगी सरकार 2.0 ने अगले पांच साल में 175 करोड़ पौधों के रोपण का लक्ष्य रखा है। गत वर्ष 35 करोड़ पौधों का रोपण किया गया था। (अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक और ट्विटर पर फॉलो करें व हमारे यूट्यूब चैनल को भी सब्सक्राइब करें)