संसाधन जुटा रही सरकार, 10 सालों में सबसे समद्ध राज्य बनेगा हिमाचलः सीएम

59

stage-play-in-himachal

शिमला: मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा है कि हिमाचल सरकार को मानसून आपदा के कारण गंभीर वित्तीय चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है, लेकिन राज्य सरकार नीतिगत बदलावों और नए कानूनों के माध्यम से स्थिति को नियंत्रण में लाने की कोशिश कर रही है। राज्य सरकार संसाधन जुटाने पर ध्यान केंद्रित कर रही है और सभी के सहयोग से हिमाचल अगले चार वर्षों में आत्मनिर्भर और दस वर्षों में देश का सबसे समृद्ध राज्य बनकर उभरेगा।

मुख्यमंत्री ने शनिवार देर शाम शिमला के गेयटी थियेटर में आयोजित नाटक ‘रावी पार’ के मंचन में बतौर मुख्य अतिथि शिरकत की। यह कार्यक्रम रिक्रिएशन आर्ट एंड कल्चरल क्लब, हिमाचल प्रदेश सचिवालय, द लिटिल ग्रुप क्लब तथा भाषा, कला एवं संस्कृति विभाग के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित किया गया। इस दो दिवसीय कार्यक्रम से प्राप्त आय को आपदा राहत कोष में प्रदान किया जायेगा। इस मौके पर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि इस समय प्रदेश बारिश की त्रासदी से गुजर रहा है। राज्य सरकार महत्वपूर्ण सड़कों और अन्य बुनियादी सुविधाओं को बहाल करने के लिए दिन-रात काम कर रही है।

ये भी पढ़ें..Himachal Weather: हिमाचल प्रदेश में सुस्त पड़ा मानसून, बारिश से मिलेगी राहत

मुख्यमंत्री ने कहा कि आपदा प्रभावितों की मदद के लिए सरकार संवेदनशील है। चंद्रताल में रेस्क्यू ऑपरेशन का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि फंसे हुए लोगों को निकालने के लिए राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी और मुख्य संसदीय सचिव संजय अवस्थी के नेतृत्व में यह असाधारण रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया गया। उन्होंने कहा कि 14000 फीट की ऊंचाई पर चंद्रताल झील में माइनस चार डिग्री तापमान में फंसे 300 लोगों को बचाने में दोनों के व्यक्तिगत प्रयास भी सराहनीय रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार गुणवत्तापूर्ण शिक्षा को बढ़ावा देने, स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार और युवाओं के लिए रोजगार के अवसर बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार गुणवत्तापूर्ण एवं रोजगारपरक शिक्षा तथा उन्नत प्रौद्योगिकी के माध्यम से स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र में सुधार के लिए प्रतिबद्धता के साथ काम कर रही है।

(अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक और ट्विटर पर फॉलो करें व हमारे यूट्यूब चैनल को भी सब्सक्राइब करें)