2000 रुपये के नोट पर सीएम हेमंत सोरेन बोले- ‘नोटबंदी की तरह राजनीतिक फैसला’

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रांची: मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने रविवार को कहा कि 2,000 रुपये के नोट को चलन से हटाना नोटबंदी की तरह ही एक राजनीतिक फैसला है। उन्होंने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि यह 2016 में की गई नोटबंदी की तरह ही एक राजनीतिक फैसला है। यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि दो हजार रुपये के नोट की उम्र केवल छह-सात साल थी।

इस दौरान मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन (Chief Minister Hemant Soren) ने कहा कि नोटबंदी के कारण दो लाख से अधिक लघु और मध्यम उद्योग बंद हो गए। हर चीज की एक उम्र होती है, लेकिन दो हजार के नोट की उम्र छह-सात साल ही थी। गौरतलब है कि 8 नवंबर 2016 को 500 और 1000 रुपए के नोट चलन से बाहर कर दिए गए थे और 2000 रुपए के नोट पेश किए गए थे। आरबीआई के अनुसार, 2,000 रुपये के नोट आमतौर पर लेनदेन में उपयोग नहीं किए जाते हैं और अन्य मूल्यवर्ग के नोटों का स्टॉक जनता की जरूरतों को पूरा करने के लिए पर्याप्त है।

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सुप्रियो ने दी प्रतिक्रिया –

झारखंड मुक्ति मोर्चा के वरिष्ठ नेता सुप्रियो भट्टाचार्य ने बाजार में 2000 रुपये के नोट बंद होने पर प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने रविवार को पार्टी के हरमू स्थित केंद्रीय कार्यालय में कहा कि चार राज्यों में होने वाले चुनाव को देखते हुए केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार ने 2000 रुपये के नोट को बंद करने का फैसला किया है। सुप्रियो ने देश भर में इस नोटबंदी के आर्थिक दुष्प्रभावों के बारे में विस्तार से जानकारी दी।

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