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सीएम शिवराज सिंह चौहान ने दिये निर्देश, बोले-ओलावृष्टि से नुकसान का 7 दिन में पूरा करें सर्वे

shivraj singh chauhan भोपालः मध्य प्रदेश में बीते पांच दिनों से बेमौसम की बारिश और ओलावृष्टि से कई इलाकों में फसलों को भारी नुकसान पहुंचा है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि ओलावृष्टि से नुकसान का सर्वे 7 दिन में पूरा करें और 10 दिन के भीतर राहत राशि बाँटना शुरू की जाए। फसल क्षति सर्वे का कार्य पूरी ईमानदारी और पारदर्शिता से किया जाए। मुख्यमंत्री चौहान गुरुवार देर रात अपने निवास कार्यालय पर फीडबैक संबंधी बैठक को वर्चुअली संबोधित कर रहे थे। बैठक में मंत्री, विधायक, जन-प्रतिनिधि और जिलों के प्रशासनिक अधिकारी वर्चुअली जुड़े। मुख्यमंत्री ने कहा कि फसल बीमा योजना का लाभ दिलाने की पूरी कार्यवाही गंभीरता से हो। उन्होंने कहा कि खरीफ फसलों के लिए खाद का अग्रिम भंडारण करें। किसानों को समर्थन मूल्य पर गेहूँ विक्रय में असुविधा नहीं होना चाहिए। साथ ही भुगतान समय पर सुनिश्चित हो। ग्रीष्मकाल में पेयजल की व्यवस्था बेहतर एवं सुचारू बनी रहे। प्रतिदिन जल प्रदाय हो, जहाँ पेयजल परिवहन की व्यवस्था करना है, उसकी भी तैयारी अग्रिम रूप से कर लें। मुख्यमंत्री ने बैठक में विकास यात्रा का भी फीडबैक लिया। उन्होंने कहा कि विकास यात्राएँ व्यवस्थित और अभूतपूर्व तरीके से हुई हैं। यात्राओं में सरकार के साथ समाज भी जुड़ा। सभी 230 विधानसभाओं में यात्राएँ हुई। सभी ओर यात्रा की प्रशंसा हुई है। कलेक्टर्स ने कई नवाचार किए हैं। यात्रा का स्वरूप अद्भुत था। मुख्यमंत्री ने यात्रा की सफलता के लिए सभी को बधाई दी। उन्होंने कहा कि यात्रा का फॉलोअप हो। इस दौरान जो कमी मिली हो उसे पूरा किया जाये। शेष रहे कार्यों को भी पूरा करें। यात्रा तभी परफेक्ट होगी जब जीरो डिफेक्ट होगा। यात्रा की रिपोर्ट भेजी जाए, जिससे कमियों को पूरा किया जा सके। ये भी पढ़ें..सनी लियोन को बेवजह परेशान किया जा रहा है, जानें क्यों... मुख्यमंत्री ने कहा कि लाड़ली बहना योजना अत्यंत महत्वपूर्ण है, जो बहनों की जिंदगी बदलने में मील का पत्थर साबित होगी। बहने योजना के लाभ से वंचित नहीं रहें। प्राण-प्रण से योजना का लाभ दिलवाने में जुट जाएँ। गाँव और वार्ड में पहुँचकर बहनों के आवेदन भरवाए जाएँ। बहनों को कोई असुविधा नहीं होना चाहिए। चौहान ने कहा कि इस बार गेहूँ उत्पादन अच्छा होने की संभावना है। किसानों के हित में समर्थन मूल्य पर गेहूँ के उपार्जन की व्यवस्थाएँ अच्छी हों। उपार्जन व्यवस्था का व्यापक प्रचार-प्रसार भी करें। (अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक और ट्विटर पर फॉलो करें व हमारे यूट्यूब चैनल को भी सब्सक्राइब करें)