भोपाल: मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बैंक को अर्थव्यवस्था की जीवन रेखा बताया है। साथ ही कहा, वर्तमान में बैंक के बिना जीवन की कल्पना भी संभव नहीं है।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने एचडीएफसी बैंक की 20 शाखाओं का वर्चुअली उद्घाटन करते हुए बैंक का महत्व समझाया और कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने प्रत्येक व्यक्ति का खाता खोलने का अभियान चलाया, जिसके फलस्वरूप सभी गरीबों के खाते खुले। केंद्र व राज्य सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं की राशि पात्र व्यक्तियों के खाते में सीधे जमा की जाती है। बैंकों के विस्तार और उनके द्वारा आम जनता को दी जा रही सुविधाओं से व्यवस्था में पारदर्शिता बढ़ी है और लोगों का जीवन आसान हुआ है। राज्य में स्वरोजगार गतिविधियों को प्रोत्साहित करने और महिला स्वयं सहायता समूहों को सशक्त बनाने में एचडीएफसी बैंक का सहयोग सराहनीय है।
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि एचडीएफसी 17 लाख 33 हजार करोड़ जमा, 15 लाख 6 हजार करोड़ का अग्रिम ऋण और 22 लाख 95 हजार करोड़ की बैलेंस शीट वाला भारत का दूसरा सबसे बड़ा बैंक है. बैंक का क्रेडिट डिपॉजिट रेशियो (सीडी रेशियो) 118 फीसदी है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि आदिवासी बहुल एवं दूरस्थ जिलों में बैंकों को ऋण-जमा अनुपात में सुधार के लिये विशेष प्रयास करने चाहिये। राज्य में महिला स्वयं सहायता समूह एक प्रमुख आर्थिक शक्ति के रूप में उभरे हैं। हमारा प्रयास है कि प्रत्येक महिला की आय 10 हजार रुपये प्रति माह हो, स्वयं सहायता समूहों को निरंतर बढ़ावा देने में बैंकों से सहयोग अपेक्षित है।
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मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में शुरू की जा रही लाडली बहना योजना के तहत प्रत्येक पात्र महिला को 1000 रुपये प्रतिमाह अर्थात 12 हजार रुपये प्रति वर्ष प्रदान किये जायेंगे. इस राशि से गांव और कस्बे के स्तर पर लघु व्यवसायिक गतिविधियों को प्रोत्साहन मिलेगा। प्रदेश के आर्थिक संकेतक लगातार सुधर रहे हैं। एचडीएफसी बैंक के कंट्री हेड अरविंद बोरा ने मुंबई से वर्चुअली संबोधित किया।
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