चंडीगढ़ः हरियाणा में किसानों के प्रमुख संगठन भारतीय किसान यूनियन ने बंद का समर्थन करने की बजाय हरियाणा के CM Saini से मुलाकात कर अपनी मांगों पर मंथन किया। इस दौरान मुख्यमंत्री सैनी ने जगजीत सिंह दल्लेवाल का अनशन समाप्त करवाने के लिए केंद्र सरकार से मध्यस्थता करने को अपनी मंजूरी दे दी है।
CM Saini सरकार से मध्यस्थता करने को तैयार
भारतीय किसान यूनियन के अध्यक्ष गुरनाम सिंह चढ़ूनी के नेतृत्व में किसानों का एक प्रतिनिधिमंडल सोमवार को मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी से मिलने चंडीगढ़ आवास पहुंचा। वार्ता के दौरान गुरनाम सिंह चढ़ूनी ने मुख्यमंत्री के समक्ष 13 मांगें रखीं। बैठक में मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि हरियाणा सरकार किसान नेता जगजीत सिंह दल्लेवाल का अनशन समाप्त करवाने के लिए केंद्र सरकार से मध्यस्थता करने को तैयार है। किसान चाहें तो एक मंच पर आकर बातचीत कर सकते हैं। इस पर चढ़ूनी ने कहा कि निजी मंडियों को लेकर केंद्र सरकार की ओर से कृषि विपणन (मार्केट) पर राष्ट्रीय नीति रूपरेखा तैयार की गई है।
CM Saini को सौंपे गए कई सुझाव और मांग पत्र
हरियाणा के किसान इसके पक्ष में नहीं हैं, क्योंकि निजी यार्डों को मंडी मानने से मंडियों में प्रतिस्पर्धा खत्म हो जाएगी। छोटे व्यापारी खत्म हो जाएंगे और बड़े व्यापारी ही बचेंगे। भाकियू नेताओं ने मुख्यमंत्री को बताया कि इससे सरकारी एजेंसी हैफेड का मतलब भी खत्म हो जाएगा। मंडियों के सभी आढ़ती, मुनीम, मजदूर, ट्रांसपोर्टर व बोरी मजदूर बेरोजगार हो जाएंगे। मंडियों में आने वाला राजस्व खत्म हो जाएगा, जिससे ग्रामीण क्षेत्रों का विकास रुक जाएगा और आम लोगों को खाद्य सामग्री महंगी दरों पर मिलेगी।
इस प्रस्ताव को रद्द करने की मांग पर मुख्यमंत्री ने कहा कि वे 10 जनवरी तक अपने सुझाव लिखित में दें, ताकि उन्हें मंजूरी के लिए केंद्र सरकार को भेजा जा सके। बैठक में किसान प्रतिनिधियों ने कहा कि हरियाणा सरकार न्यूनतम समर्थन मूल्य पर फसल खरीद की अधिसूचना विधानसभा में पारित करवाकर कानून बनाए। आंदोलन के दौरान किसानों पर दर्ज मामलों का जिक्र करते हुए किसानों ने चल रहे सभी मामलों को वापस लेने की मांग की, जिस पर मुख्यमंत्री ने अपने मुख्य प्रधान सचिव राजेश खुल्लर को इस मांग को पूरा करने के लिए अधिकृत किया। सूरजमुखी की फसल को एमएसपी पर खरीदने के लिए आंदोलन करने पर भी दो मामले दर्ज किए गए थे, जिन्हें सरकार ने वापस लेने का आश्वासन दिया है। बैठक के बाद पत्रकारों से बातचीत में चढूनी ने बताया कि खेती और किसानों को बढ़ावा देने के लिए मुख्यमंत्री को कई सुझाव और मांग पत्र सौंपे गए।
यह भी पढ़ेंः-VHP ने कहा दो मांगे मान लें मुस्लिम, छोड़ देंगे मस्जिद के नीचे शिवलिंग खोजना
हर मुद्दे पर विस्तार से चर्चा हुई। हमने मुख्यमंत्री से किसान नेता जगजीत सिंह दल्लेवाल की भूख हड़ताल खत्म करवाने का अनुरोध किया। सभी विषयों पर बहुत अच्छे और सकारात्मक माहौल में चर्चा हुई। नायब सैनी ने कहा कि वे खुद किसान परिवार से आते हैं और उन्होंने खुद खेत जोते हैं। मैं किसान भाइयों की हर कदम पर आने वाली समस्याओं को समझता हूं और बातचीत के जरिए समाधान निकालने का प्रयास करता हूं। चढूनी के नेतृत्व में किसान हितों के कई मुद्दों पर विभिन्न किसान संगठनों के नेताओं के साथ विस्तृत चर्चा हुई। हम कृषि के विकास और किसानों को समृद्ध बनाने के लिए किसान संगठनों से बातचीत कर नीतियां बना रहे हैं।
(अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक और ट्विटर पर फॉलो करें व हमारे यूट्यूब चैनल को भी सब्सक्राइब करें)