Shamli: शामली में बादल फटने से दो इमारतें जमींदोज, सड़क पर आया मलबा

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सोलन: सोमवार रात को राजगढ़ रोड स्थित शामती (Shamli cloud burst) में साईं मंदिर के पास पहाड़ी पर बादल फटने से दो इमारतें मलबे में तब्दील हो गईं। भारी मलबे और चट्टानों ने पैदल यात्रियों के लिए सड़क अवरुद्ध कर दी। स्थानीय प्रशासन बंद सड़क को खोलने का प्रयास कर रहा है। उपायुक्त ने बंद सड़क का जायजा लिया।

बताया गया है कि आधी रात को शामती के ऊपर पहाड़ी पर बादल फट (Shamli cloud burst) गया, जिससे मलबे के साथ पानी नीचे आ गिरा। रात 2 से 3 बजे के बीच आए भारी सैलाब से दो इमारतें और मंदिर का मुख्य द्वार मलबे में तब्दील हो गया। सड़क पर भारी मलबा आने से रास्ता भी बंद हो गया। गनीमत यह रही कि एक इमारत को पहले ही खाली करा लिया गया था और दूसरी इमारत में एक सरकारी कार्यालय था, जिसके कारण रात में वहां कोई नहीं था।

घटना की जानकारी मिलने पर सोलन के उपायुक्त मनमोहन शर्मा और अन्य अधिकारी भी मौके पर पहुंच कर घटना का जायजा लिया। उनके निर्देश पर सड़क खोलने के लिए मशीनें भी लगाई गई हैं। बारिश और भूस्खलन की आशंका से स्थानीय लोगों में दहशत का माहौल है। प्रशासन हरसंभव मदद पहुंचाने का प्रयास कर रहा है।

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नुकसान का जायजा लेने CM कुल्लू पहुंचे

कुल्लू जिले में बारिश और बाढ़ से हुए नुकसान का जायजा लेने के लिए प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखबिंदर सिंह सुक्खू मंगलवार दोपहर दो बजे कुल्लू पहुंचे। इस दौरान उन्होंने भुंतर एयरपोर्ट पर सीपीएस सुंदर सिंह ठाकुर और प्रशासनिक अधिकारियों से बाढ़ और बारिश से हुए नुकसान का फीडबैक लिया।

हवाई अड्डे पर बैठक के बाद मुख्यमंत्री सुक्खू बाढ़ प्रभावित सैंज, मणिकर्ण, मनाली और लाहौल घाटी के हवाई सर्वेक्षण के लिए जाएंगे. मुख्यमंत्री भुंतर में बाढ़ प्रभावित क्षेत्र का भी जायजा लेंगे। बताया जा रहा है कि सैंज में सैंज नाला में बाढ़ आने से करीब 200 दुकानें और घर बह गए हैं। लाहौल के सिसु में भी भारी नुकसान हुआ है. भुंतर के साथ-साथ हाथीथान में ब्यास और पार्वती नदियों ने अपना रुख बदल लिया है और करीब दो दर्जन इमारतों और होटलों को अपनी चपेट में ले लिया है।

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