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Rampur Cloudburst: रामपुर के कंधार गांव में बादल फटा, 5 घर व स्कूल भवन क्षतिग्रस्त

shimla-rampur-cloudburst शिमला: हिमाचल प्रदेश में मानसून सीजन के दौरान भारी बारिश से कई जिलों में जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। राज्य के अलग-अलग हिस्सों में भूस्खलन, बाढ़ और बादल फटने की घटनाएं हो रही हैं। शिमला के एक गांव में बादल (Rampur Cloudburst) फटने से काफी नुकसान हुआ है। पानी के तेज़ बहाव में कई जानवर बह गए हैं और कई घर क्षतिग्रस्त हो गए हैं। शिमला जिले के रामपुर उपमंडल (Rampur Cloudburst) की सरपारा पंचायत के कंधार गांव में मंगलवार आधी रात को बादल फटने के बाद बाढ़ ने तबाही मचा दी। बाढ़ से पांच घर क्षतिग्रस्त हो गए। इसके अलावा प्राइमरी स्कूल, महिला मंडल और युवक मंडल के भवन भी क्षतिग्रस्त हो गए हैं। हालांकि इस घटना में जानमाल के नुकसान की कोई सूचना नहीं है।

नुकसान का आकलन कर रहा प्रशासन 

पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक, बाढ़ में करीब 20 भेड़-बकरियां और सात गायें बह गईं। बाढ़ में सुरेंद्र कुमार, विजय नंद, नरेंद्र, मोहन और संगत राम के घर नष्ट हो गए हैं। रामपुर एसडीएम नीरज तोमर ने बताया कि नुकसान का आकलन किया जा रहा है। प्रभावितों को पर्याप्त राहत राशि प्रदान की गई है। बेघर लोगों के लिए रहने की व्यवस्था की गई है। उन्होंने बताया कि घटना में कोई हताहत नहीं हुआ।

दो दिन भारी बारिश का अलर्ट

मौसम विभाग ने प्रदेश में अगले दो दिन भारी से बहुत भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। इस दौरान लोगों व पर्यटकों को सावधान रहने की हिदायत दी गई है। लोगों से अपील की गई है कि खराब मौसम के मददेनजर अनावश्यक यात्राएं न करें। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला के निदेशक सुरेंद्र पाल ने बताया कि 27 जुलाई को कुछ स्थानों पर भारी से बहुत भारी बारिश का ऑरेंज और 28 जुलाई को येलो अलर्ट जारी किया गया है। इससे भूस्खलन, नदी-नालों के जलस्तर में बढ़ोतरी और अचानक बाढ़ आने की आशंका है। ये भी पढ़ें..Himachal Pradesh: कांगड़ा में इस दिन तक ट्रैंकिंग पर रोक, प्रशासन ने दिए निर्देश

भूस्खलन से 600 से अधिक सड़कें बंद

राजधानी शिमला व आसपास के क्षेत्रों में मंगलवार रातभर जमकर बादल बरसे। प्रदेश में भूस्खलन से छह सौ से अधिक सड़कें बंद हैं। इसके अलावा कई जगह ट्रांसफार्मरों और पेयजल स्कीमों के खराब होने से बिजली व पेयजल आपूर्ति प्रभावित हुई है। राज्य में मानसून से 24 जून को दस्तक दिया था और अब तक मानसून सीजन में 606 घर पूरी तरह ध्वस्त हो चुके हैं और वर्षा जनित हादसों में अब तक 164 लोगों की जान गई है। राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के अनुसार मानसून सीजन में विभिन्न सरकारी विभागों को पांच हजार करोड़ से अधिक नुकसान हो चुका है। (अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक और ट्विटर पर फॉलो करें व हमारे यूट्यूब चैनल को भी सब्सक्राइब करें)