Bihar में अडानी ग्रुप की सीमेंट फैक्ट्री के विरोध में उतरे लोग, पुलिस बल तैनात

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नवादा: बिहार के नवादा जिले के वारिसलीगंज में अडानी ग्रुप द्वारा सीमेंट फैक्ट्री लगाने के विरोध में शनिवार को आयोजित वारिसलीगंज बंद का व्यापक असर रहा। दुकानें पूरी तरह बंद रहीं। बंद को शांतिपूर्ण संपन्न कराने के लिए जिला प्रशासन की ओर से सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए थे। 12 जगहों पर दंडाधिकारी के नेतृत्व में पुलिस बल तैनात किए गए थे। बंद के दौरान किसी तरह की जोर-जबरदस्ती नहीं की गई। बंद के समर्थन में बहुत कम लोग सड़कों पर निकले।

कार्यालय परिसर में किया धरना-प्रदर्शन

हालांकि स्थानीय लोगों ने इसका समर्थन किया और दुकानें बंद रखी गईं। बंद का आह्वान किसान संघर्ष समिति के बैनर तले किया गया था। अध्यक्ष गणेश सिंह, महासचिव राम पदारथ सिंह, सचिव द्रोण प्रसाद के नेतृत्व में दर्जन भर लोगों ने बाजार का भ्रमण कर बंद में सहयोग व समर्थन की अपील की। ​​पटेल चौक, गुमटी रोड, जय प्रकाश चौक, अंदर बाजार के अधिकांश दुकानदार स्वेच्छा से अपनी दुकानें बंद कर बंद का समर्थन करते देखे गए। सीमेंट फैक्ट्री की जगह कृषि आधारित फैक्ट्री लगाने समेत विभिन्न मांगों को लेकर सीपीआई कार्यकर्ताओं ने वारिसलीगंज प्रखंड कार्यालय परिसर में धरना-प्रदर्शन किया।

गौरतलब है कि वारिसलीगंज के बंद पड़े चीनी मिल की जमीन पहले वियाडा को सौंप दी गई थी। वियाडा ने सीमेंट फैक्ट्री लगाने के लिए अडानी ग्रुप को जमीन आवंटित कर दी है। अडानी ग्रुप यहां अंबुजा सीमेंट प्लांट लगा रहा है। कहा जा रहा है कि अडानी ग्रुप यहां करीब 1400 करोड़ रुपये का निवेश करेगा। 29 जुलाई को इसका शिलान्यास होना है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार यहां पहुंचने वाले हैं। इसके लिए जोर-शोर से तैयारियां चल रही हैं। लेकिन, स्थानीय लोगों का एक बड़ा समूह सीमेंट फैक्ट्री की स्थापना से खुश नहीं है।

प्रदर्शनकारियों ने की ये मांग

प्रदर्शन के पीछे दो कारण प्रमुख रूप से बताए जा रहे हैं। पहला, प्रदर्शन कर रहे लोगों का मानना ​​है कि वारिसलीगंज का इलाका कृषि आधारित है। चीनी मिल की जमीन पर चीनी मिल लगनी चाहिए थी। अगर चीनी मिल की स्थापना संभव नहीं थी, तो कृषि आधारित उद्योग लगना चाहिए था। इससे स्थानीय किसानों को फायदा होता। विरोध का दूसरा कारण स्वास्थ्य समस्या बताई जा रही है। लोगों का मानना ​​है कि सीमेंट प्लांट लगने से स्वास्थ्य पर विपरीत असर पड़ेगा। हालांकि, प्रदर्शनकारियों से अलग राय रखने वाले लोगों का कहना है कि सीमेंट प्लांट लगने से रोजगार का सृजन होगा। इलाके की अर्थव्यवस्था में सुधार आएगा।

विरोध और बाजार बंद का राज्य सरकार और अडाणी समूह पर कितना असर पड़ेगा, यह आने वाले दिनों में साफ हो जाएगा। फिलहाल शिलान्यास समारोह की तैयारियां की जा रही हैं। जो जानकारी सामने आ रही है, उसके अनुसार शिलान्यास कार्यक्रम में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार शामिल होंगे। अडाणी समूह के प्रमुख गौतम अडाणी भी आ रहे हैं। वियाडा परिसर में दो हेलीपैड बनाए जा रहे हैं। एक हेलीपैड पर सीएम नीतीश कुमार और दूसरे पर गौतम अडाणी का हेलीकॉप्टर उतरेगा।

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मुख्यमंत्री के आगमन को लेकर फैक्ट्री प्रबंधन दिन-रात तैयारियों में जुटा है। भव्य पंडाल बनाया जा रहा है। सीईएम की सुरक्षा में कोई चूक न हो, इसके लिए मगध क्षेत्र के आईजी क्षत्रनील सिंह, डीएम आशुतोष कुमार वर्मा और एसपी अम्बरीश राहुल समेत जिले के अन्य अधिकारियों ने कार्यक्रम स्थल का निरीक्षण किया है। पटना से जिले में अधिकारियों के आने का सिलसिला जारी है। इस बीच, सीमेंट फैक्ट्री लगाने के विरोध में वारिसरीगंज बंद रहा, जिससे उत्साह ठंडा पड़ गया। वारिसलीगंज में जो हालात बन रहे हैं, उसे देखते हुए संभव है कि नीतीश की सभा में भी हंगामा हो।

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