बॉडीगार्ड की मौत मामले की जांच करेगी सीआईडी, बढ़ सकती हैं शुभेंदु की मुश्किलें

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कोलकाता: पश्चिम बंगाल राज्य विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष और भाजपा विधायक शुभेंदु अधिकारी पर ममता सरकार शिकंजा कसने लगी है। अधिकारी के पूर्व बॉडीगार्ड सुब्रत चक्रवर्ती की मौत की जांच अब सीआईडी ने अपने हाथों में ले ली है। विधानसभा चुनाव से पहले तृणमूल छोड़कर भारतीय जनता पार्टी में आए शुभेंदु अधिकारी की मुश्किलें बढ़ सकती हैं।

दरअसल अक्टूबर 2018 में कथित तौर पर खुद को गोली मारकर खुदकुशी करने वाले उनके पूर्व बॉडीगार्ड सुब्रत चक्रवर्ती की मौत के संबंध में राज्य पुलिस ने गत शुक्रवार को नए सिरे से प्राथमिकी दर्ज की है। इसमें धारा 302 यानी हत्या और 120 बी यानी साजिश की धाराएं लगाई गई हैं। पूर्व मेदिनीपुर के कांथी थाने में अज्ञात लोगों के खिलाफ यह प्राथमिकी दर्ज की गई थी। सूत्रों के अनुसार इस मामले में जल्द ही शुभेंदु अधिकारी को पूछताछ के लिए नोटिस दिया जा सकता है। 13 अक्टूबर 2018 को कांथी स्थित किराए के मकान में सुब्रत चक्रवर्ती गोली लगी हालत में मिले थे। उनकी सर्विस रिवॉल्वर पास ही में पड़ी हुई थी जिससे गोली चली थी। उस समय पुलिस ने दावा किया था कि बॉडीगार्ड ने खुद को गोली मारी है। तब शुभेंदु तृणमूल कांग्रेस में और राज्य के परिवहन मंत्री थे।

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अब मृतक की पत्नी ने कथित तौर पर नए सिरे से पुलिस के पास जांच की गुहार लगाई है और दावा किया है कि उनके पति को गोली मारी गई है। पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। उल्लेखनीय है कि 2021 के विधानसभा चुनाव से पहले शुभेंदु अधिकारी ने तृणमूल छोड़कर भाजपा की सदस्यता ली थी और नंदीग्राम विधानसभा सीट पर कांटे की टक्कर के बाद ममता बनर्जी को चुनाव में हराया है। वह राज्य विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष है। भाजपा का दावा है कि उन्हें परेशान करने के लिए ही तीन साल पुराने मामले को दोबारा शुरू किया जा रहा है।