बलिया: एलजेपी (रामविलास) के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान ने विपक्षी गठबंधन इंडिया पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि इंडिया गठबंधन में कई पार्टियां ऐसी हैं जो एक-दूसरे के खून की प्यासी हैं। पत्रकारों से बातचीत में कहा कि विपक्षी गठबंधन में शामिल दलों की निजी महत्वाकांक्षाएं बहुत ऊंची हैं।
उन्होंने पश्चिम बंगाल का जिक्र करते हुए कहा कि ये सभी पार्टियां एक मंच पर आ जाएं और अपनी महत्वाकांक्षाएं छोड़ दें तो ऐसा नहीं होगा। आने वाले दिनों में और भी कई विरोधाभास देखने को मिलेंगे। विपक्षी गठबंधन पर निशाना साधते हुए कहा कि सिर्फ पार्टियों के बीच ही नहीं बल्कि पार्टियों के अंदर भी मतभेद हैं। यह ऐसा गठबंधन है जो हर बार बनने से पहले ही टूटने लगता है। ऐसे गठबंधन 2014 से पहले और 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले भी बने थे। उन्हें क्या हुआ? कहा कि जब एक मंच पर एक से अधिक प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नजर आते हैं तो सवाल उठता है कि ऐसे गठबंधन की पार्टियां एक साथ कैसे रह सकती हैं। कहा कि 2024 के लोकसभा चुनाव की अधिसूचना आने तक ये सभी पार्टियां अपनी-अपनी राह पर होंगी।
सभी विपक्षी दल एक हो जाएं तब भी कुछ नहीं होगा
उन्होंने उत्तर प्रदेश के पिछले विधानसभा चुनाव और लोकसभा चुनाव में सपा, बसपा और कांग्रेस के गठबंधन का हवाला देते हुए कहा कि सभी विपक्षी दल एक हो जाएं तो भी कुछ नहीं होगा। आप किस सीट से लोकसभा चुनाव लड़ेंगे? इस सवाल पर उन्होंने कहा कि यह गठबंधन के अंदर तय होगा। महिला आरक्षण बिल पास होने पर उन्होंने कहा कि यह प्रधानमंत्री मोदी की इच्छाशक्ति का नतीजा है। हालांकि उन्होंने महिला आरक्षण में ओबीसी को आरक्षण दिए जाने का समर्थन करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री मोदी भी इसी वर्ग से आते हैं। मंडल आयोग को संवैधानिक दर्जा देकर और रोहिणी आयोग का गठन कर उन्होंने दिखा दिया है कि वे पिछड़ों के हितैषी हैं। विश्वास है कि ओबीसी की मांग भी जल्द पूरी होगी।
राजद नेता मनोज झा के बयान को लेकर कही ये बात
चिराग पासवान ने कहा कि वह राम विलास पासवान द्वारा शुरू की गई सामाजिक न्याय की लड़ाई को अंजाम तक पहुंचाने में जुटे हैं। छह प्रधानमंत्रियों के साथ काम करने के बावजूद उन पर एक भी आरोप नहीं लगा। बिहार के अलावा यूपी, झारखंड और हरियाणा जैसे राज्यों में भी एलजेपी (रामविलास) का जनाधार है। हमारी पार्टी का आधार दक्षिण भारत और उत्तर-पूर्व में भी है। इसलिए हम देशभर में जा रहे हैं और लोगों से मिल रहे हैं।’ राजद नेता मनोज झा के ठाकुर को लेकर दिए गए बयान पर उन्होंने कहा कि ये लोग समाज को बांटकर अपनी राजनीति करते रहे हैं। ये उस पार्टी की सोच है जिससे ये लोग आते हैं। कभी सनातन के नाम पर तो कभी रामचरित मानस के नाम पर ऐसे बयान दिये गये जिससे असंतोष की भावना पैदा हुई। इससे लोगों की भावनाएं आहत हुई हैं। वह उन्हें गोली मार देता है। ऐसे लोग हैं जो बांटो और राज करो की नीति पर चलते हैं।’ हमारा लक्ष्य एनडीए को मजबूत करना है। हम इस दिशा में काम कर रहे हैं कि आगामी लोकसभा चुनाव में एनडीए गठबंधन चालीस की चालीस सीटों पर जीत हासिल करे।
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