Home उत्तर प्रदेश बच्चों में बढ़ रहा टाइप 2 मधुमेह का खतरा, रिपोर्ट दावा

बच्चों में बढ़ रहा टाइप 2 मधुमेह का खतरा, रिपोर्ट दावा

6 common myths about diabetes.

Diabetes: किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (केजीएमयू) के चिकित्सा विशेषज्ञों के अनुसार, अधिक से अधिक बच्चे टाइप 2 मधुमेह के शिकार हो रहे हैं। केजीएमयू के मेडिसिन विभाग के वरिष्ठ संकाय सदस्य कौसर उस्मान ने कहा, “जिन सबसे छोटे बच्चे में मैंने मधुमेह का निदान और उपचार किया है, वह कक्षा 7 का छात्र था, जिसके परिवार में मधुमेह का कोई इतिहास नहीं था। ओपीडी में बिना किसी पारिवारिक इतिहास के मधुमेह से पीड़ित लोगों की संख्या में वृद्धि हुई है।”

क्या बोले डॉक्टर

डॉक्टरों का कहना है कि इसका कारण आनुवांशिकी से ज्यादा बदलती आदतें/जीवनशैली हो सकती है। केजीएमयू के फिजियोलॉजी विभाग के प्रमुख एनएस वर्मा ने कहा, “बच्चे अब ज्यादातर घर से बाहर का खाना खाने लगे हैं और यहां तक कि स्कूल में टिफिन लाने से भी बचते हैं। व्यस्त माता-पिता भी टिफिन के बदले पैसे देते हैं। इसके अलावा उन पर अच्छा प्रदर्शन करने का भी काफी दबाव होता है। इसका उद्देश्य कक्षा 4 या 5 से ही चिकित्सा या इंजीनियरिंग जैसे पेशे पर निर्णय लेना है। हमारे समय में, यह सारा दबाव कक्षा 10 के बाद ही आता था। डॉक्टरों का कहना है कि बच्चों में डायबिटीज होना समाज के लिए बड़ी समस्या है। उस्मान ने कहा, “सबसे पहले, अगर कोई अन्य मधुमेह रोगी नहीं था, तो मधुमेह का पारिवारिक इतिहास शुरू हो जाता है और दूसरी बात, यह बीमारी 17 साल से 40 साल के बीच के व्यक्ति को प्रभावित करती है।”

यह भी पढ़ें-सुबह-शाम शुरू हुई हल्की ठंड, पारा भी गिरा, खतरनाक स्तर पर AQI पहुंचने की संभावना

18 प्रतिशत आबादी मधुमेह के खतरे में

प्रोफेसर वर्मा ने कहा, ”आईसीएमआर के आंकड़ों पर नजर डालें तो उत्तर प्रदेश में 18 प्रतिशत आबादी, चाहे वह किसी भी उम्र की हो, मधुमेह के खतरे में है। आईसीएमआर के अध्ययन के अनुसार, वे प्री-डायबिटीज श्रेणी में आते हैं। वे अभी भी मधुमेह को रोक सकते हैं, लेकिन इसके लिए उनकी जीवनशैली और आहार में बदलाव की आवश्यकता है। उन्होंने रोजाना कम से कम 40 मिनट व्यायाम करने, डाइट चार्ट बनाए रखने और जो आपके शरीर को सबसे अच्छा लगता है उसे खाने का सुझाव दिया।

(अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक और ट्विटर पर फॉलो करें व हमारे यूट्यूब चैनल को भी सब्सक्राइब करें)

Exit mobile version