अपनों ने ठुकराया तो बेंगलुरु के दंपति ने थामा पांच माह के शिशु का हाथ

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चंडीगढ़: राज्य के पंचकूला जिले में 5 माह का शिशु (child) जिसे अपनों ने बेसहारा कर दिया था, उसका सहारा बने हरियाणा राज्य बाल कल्याण परिषद द्वारा संचालित शिशुगृह के माध्यम से उस बच्चे को बेंगलुरु दंपति के रूप में नया परिवार मिला है। इस अवसर पर शिशुगृह में एडॉप्शन सेरेमनी कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें हरियाणा राज्य बाल कल्याण परिषद की उपाध्यक्षा पारीसा शर्मा ने दंपति को बच्चा (child) गोद देकर बच्चे के उज्जवल भविष्य की कामना की और दंपति के परिवार में नए सदस्य के आगमन की शुभकामनाएं दी।

इस अवसर पर अपने परिवार में नया सदस्य आने पर दंपति भी बेहद उत्साहित दिखाई दिए और उन्होंने कहा कि आज का दिन उनके जीवन का सबसे विशेष दिन है। वह अपने परिवार में बच्चे (child) के आगमन से इतने अधिक खुश हैं कि जिसे वे शब्दों में बयां नहीं कर सकते। दंपति ने कहा कि वह बच्चे को उच्च शिक्षा दिलाएंगे और वह भविष्य में जिस भी क्षेत्र में जाना चाहेगा, वे उसके लिए सब कुछ करेंगे।

परिषद उपाध्यक्ष पारीसा शर्मा ने कहा कि हरियाणा राज्य बाल कल्याण परिषद बाल कल्याण के क्षेत्र में अपने 50 वर्षों का सफर पूरा कर चुकी है और इस दौरान 600 से अधिक बच्चे देश और विदेश में गोद दिये जा चुके हैं। उन्होंने जानकारी देते हुए बताया कि अडॉप्शन प्रिक्रिया भारत सरकार द्वारा संचालित एजेंसी कारा द्वारा पूरी पारदर्शिता के साथ की जाती है। इसके लिए ऑनलाइन आवेदन किया जाता है और लंबी कानूनी प्रक्रिया पूरी होने के बाद ही बच्चा गोद दिया जाता है। उन्होंने कहा कि हरियाणा राज्य बाल कल्याण परिषद बाल कल्याण के लिए पूरी प्रतिबद्धता के साथ कार्य कर रही है।

परिषद द्वारा बाल कल्याण का संपूर्ण कार्य हरियाणा के राज्यपाल एवं प्रधान हरियाणा राज्य बाल कल्याण परिषद और मुख्यमंत्री एवं उप प्रधान हरियाणा राज्य बाल कल्याण परिषद के मार्गदर्शन में किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि भविष्य में भी परिषद बच्चों के कल्याण के लिए लगातार पूरी प्रतिबद्धता के साथ कार्य करती रहेगी। इस अवसर पर सीनियर बाल कल्याण अधिकारी मिलन पंडित, बाल कल्याण अधिकारी मुख्यालय सरोज मलिक एवं अन्य अधिकारी और कर्मचारी उपस्थित रहे।