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कोरोना से अनाथ हुए बच्चों के साथ मुख्यमंत्री ने किया भोजन, साथ ही की ये बड़ी घोषणाएं

राजकोटः मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने आज अपने जन्मदिन पर राजकोट में कई कार्यक्रमों में भाग लिया। रूपाणी ने कोरोना संकट में अपने माता-पिता को खो देने वाले 44 बच्चों के साथ पंगत में बैठकर भोजन किया। आज ऐसे अनाथ बच्चों को सालाना पचास हजार रुपये की मदद करने वाले जेएम फायनेंसियल फाउंडेशन के साथ सामाजिक सुरक्षा विभाग के एमओयू पर हस्ताक्षर भी किए गए। रूपाणी ने 44 बच्चों को उपहार भी दिए। साथ ही मुख्यमंत्री ने विधवा बहनों के पुनर्विवाह के लिए पचास हजार रुपये की सहायता देने की घोषणा भी की।

सोमवार को मुख्यमंत्री रूपाणी ने अपनी राज्य सरकार के पांच वर्ष पूरे होने के अवसर पर राज्यव्यापी सेवा सेतु कार्यक्रम के छठवें चरण का शुभारंभ किया। इस मौके पर रूपाणी ने कहा कि इसमें राज्य सरकार ने शिक्षा, प्रशासनिक सुविधाएं, खाद्यान्न वितरण, किसान, सखी मंडल और आदिवासियों आदि को भी शामिल किया है। उन्होंने कहा कि कोरोना के कठिन समय में भी राज्य सरकार ने 16 हजार करोड़ रुपये के विकास कार्य करवाएं हैं। मैं आपको विश्वास दिलाता हूं कि सरकार सौहार्दपूर्ण ढंग से अपनी भूमिका निभाएगी। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने ग्रामीण और दूरदराज के क्षेत्रों के लिए ब्रॉडबैंड कनेक्टिविटी और ऑप्टिकल फाइबर नेटवर्क बिछाकर गांवों को मुख्यधारा से जोड़ा है।

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इस मौके पर मुख्यमंत्री की उपस्थिति में सामाजिक सुरक्षा विभाग और जेएम फायनेंसियल फाउंडेशन के बीच समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए। इस तरह समझौता के तहत कोरोना से मां बाप खोने वाले बच्चों को फाउंडेशन की ओर से सालाना 50 हजार रुपये तक की ट्यूशन फीस सीधे बच्चे के स्कूल में जमा की जाएगी। मुख्यमंत्री ने मुख्यमंत्री बाल सेवा के तहत ‘एक वाली योजना’ और ‘गंगा स्वरूप पुनर्विवाह वित्तीय सहायता योजना’, ‘राजकोट नगर निगम का नागरिक पोर्टल’ और परिवहन सुगम ऐप भी लॉन्च किया। इसके माध्यम से नागरिकों को उनके घर के पास ही जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्र प्राप्त करने के लिए राजकोट नगर निगम के अंचल कार्यालय के अलावा सभी 18 वार्ड कार्यालयों में जन्म-मृत्यु प्रमाणपत्र देने की प्रक्रिया शुरू की गई है।

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