देहरादूनः मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मंगलवार को हाथीबड़कला स्थित सेंट्रियो मॉल में सपरिवार फिल्म ‘द केरला स्टोरी’ देखी। फिल्म को देखने के बाद मुख्यमंत्री ने इसे वास्तविकता से परिचित कराने, धर्मांतरण और आतंकवाद के विरुद्ध जनजागरूकता को बढ़ावा देने वाली सच्ची घटनाओं पर आधारित फिल्म बताया। साथ ही उन्होंने सभी को इस फिल्म को देखने के लिए भी कहा।
मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि ‘द केरला स्टोरी’ एक ऐसी फिल्म है, जिसमें यह साफ दिखाया गया है कि बिना गोली और बम के कैसे देश में आतंकवाद फैलाया जा रहा है। फ़िल्म में युवतियों का ब्रेनवॉश कर धर्म परिवर्तन करने के तथ्य को दिखाया गया है। मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि राज्य में भी अनेक तरीकों से विभिन्न जगहों धर्मांतरण बढ़ रहा है। इसे देखते हुए देवभूमि उत्तराखंड में धर्मांतरण पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगाने के लिए सरकार ने सख्त कानून बनाया है। इसके तहत जबरन धर्मांतरण कराने वालों को 10 वर्ष तक कठोर कारावास का प्रावधान किया गया है। धर्मांतरण कराने के मामलों को दो श्रेणियों में बांटा गया है।
यह भी पढ़ें-ED का दावा: नियुक्त भ्रष्टाचार का जाल बंगाल के 17 जिलों…
मुख्यमंत्री ने कहा कि एकल धर्मांतरण के लिए कम सजा है, वहीं सामूहिक धर्मांतरण में अधिक दिनों की सजा का प्रावधान है। सामूहिक धर्मांतरण का दोष साबित होने पर दोषी को तीन से 10 वर्ष की सजा के साथ 50 हजार रुपये तक जुर्माने देना पड़ सकता है। वहीं एकल धर्मांतरण पर दो से सात वर्ष सजा और 25 हजार रुपये जुर्माने का प्रावधान है। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार देवभूमि में सरकारी भूमि पर किये गये अतिक्रमण को चिन्हित कर उसे हटाने का कार्य कर रही है। राज्य में अवैध अतिक्रमण को किसी भी हालत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
(अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक और ट्विटर पर फॉलो करें व हमारे यूट्यूब चैनल को भी सब्सक्राइब करें)