Chhattisgarh: गौरा-गौरी पूजा में शामिल हुए सीएम बघेल, सोंटा खाकर निभाई परंपरा

68

chhattisgarh-cm-bhupesh-baghel

भिलाई (Chhattisgarh): दिवाली के दूसरे दिन गोवर्धन पूजा के अवसर पर सोमवार को मुख्यमंत्री सीएम भूपेश बघेल ग्राम जंजगिरी में गौरा-गौरी पूजा समारोह में शामिल हुए। इस दौरान भूपेश बघेल गोंड समाज द्वारा आयोजित कार्यक्रम में भी शामिल हुए। उन्होंने राज्य की मंगलकामना और समृद्धि के लिए कुश की छड़ें खाकर परंपरा का पालन किया।

यहां के ग्रामीण बीरेंद्र ठाकुर ने उन पर सोंटे का प्रहार किया। इस दौरान सीएम भूपेश गोंड समाज द्वारा आयोजित कार्यक्रम में भी शामिल हुए। यह पर्व भगवान शंकर और पार्वती के विवाह उत्सव के रूप में मनाया जाता है। बुजुर्ग महिलाएं छत्तीसगढ़ी लोकगीत गाते हुए तालाब से मिट्टी लाती हैं। उस मिट्टी से दो अलग-अलग पीढ़ियों में गौरी (पार्वती) और गौरा (शिव) की मूर्तियाँ बनाई जाती हैं, सजाई जाती हैं और स्थापित की जाती हैं।

ये भी पढ़ें..Festival Special Trains: फेस्टिव सीजन में 24 जोड़ी स्पेशल ट्रेनें चलाएगा रेलवे, देंखें रूट

गृह लक्ष्मी योजना पर बीजेपी के आरोप पर सीएम भूपेश बघेल ने पलटवार करते हुए कहा कि हम गारंटी देते रहे हैं और लक्ष्मी पूजा के लिए बचाकर रख रहे थे। लक्ष्मी पूजा के दिन हमने छत्तीसगढ़ गृह लक्ष्मी योजना शुरू की। हमने पहले से ही तैयारी कर ली थी। अगर बीजेपी जाल में फंस जाए तो मुझे क्या करना चाहिए? प्रधानमंत्री मोदी के दौरे को लेकर सीएम बघेल ने कहा, वे चुनाव तक आएंगे और उसके बाद कभी नहीं आएंगे। कभी मत पूछा कि कोरोना में क्या दिक्कत हुई। कभी नहीं पूछा कि यहां किसानों और आदिवासियों को क्या परेशानी होती है।

(अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक और ट्विटर पर फॉलो करें व हमारे यूट्यूब चैनल को भी सब्सक्राइब करें)