बिहारशरीफ: नालंदा में गुप्त सूचना के आधार पर स्थानीय पुलिस ने एसआई रणधीर कुमार के नेतृत्व में दो साइबर ठगों को परमानंदपुर गांव के बगीचे से खदेड़ कर गिरफ्तार कर लिया। तलाशी के दौरान आरबीआई, कोटेक महिंद्रा, एसबीआई, एसीआई जैसे विभिन्न बैंकों के 65 ऑर्डर और तीन बड़े मोबाइल और एक छोटा मोबाइल फोन भी बरामद किया गया है।
कई कागजात व मोबाइल बरामद
एसआई ने बताया कि विभिन्न बैंकों से ऑनलाइन लोन दिलाने के नाम पर लोगों से ठगी की जा रही थी। दोनों आरोपियों को रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया गया है। दोनों साइबर ठगों की पहचान परमानंदपुर निवासी महेश प्रसाद के पुत्र अमित कुमार और नवादा जिले के पकरीबरावां थाना क्षेत्र के उसरीपर गांव निवासी मनोहर प्रसाद के पुत्र रोहित कुमार के रूप में की गई है। थानाध्यक्ष शरद कुमार रंजन ने बताया कि गुप्त सूचना मिली थी कि परमानंदपुर गांव के बगीचे में बैठकर कुछ लोग साइबर ठगी कर रहे हैं। सूचना के आधार पर तत्काल एसआई रणधीर कुमार के नेतृत्व में एक टीम गठित कर बगीचे में छापेमारी की गयी, तो इन दोनों आरोपियों को कागजात व मोबाइल के साथ गिरफ्तार कर लिया गया।
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बताते चले कि थाना क्षेत्र में साइबर ठगों और हर तरह के अपराधियों के लिए थानाध्यक्ष और एसआई रणधीर की जोड़ी सिंघम बन गयी है। अपराध की भनक लगते ही वे दौड़कर उन्हें पकड़ लेते हैं। चलो ले लो। इन दिनों नालंदा के कतरीसराय, मानपुर, गिरियक, पावापुरी, बिहार थाना क्षेत्र और नवादा के वारिसलीगंज, पकरीबरावां और काशीचक थाना क्षेत्र, शेखपुरा जिले के शेखोपुर थाना क्षेत्र और बरबीघा थाना क्षेत्र के सैकड़ों गांवों में साइबर ठगी एक कुटीर उद्योग बन गया है। साथ ही शेखपुरा मुख्यालय। का रूप ले लिया है। नालंदा जिले का कतरीसराय थाना क्षेत्र साइबर जालसाजों का गढ़ माना जाता है।