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यूट्यूब वीडियो लाइक करने के नाम पर 43 लाख की ठगी, तीन गिरफ्तार

  cheated in the name of liking youtube video जयपुरः स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (एसओजी) ने बुधवार को कार्रवाई करते हुए यूट्यूब पर वीडियो लाइक करने के नाम पर 43 लाख रुपये की साइबर धोखाधड़ी करने वाली गैंग का खुलासा करते हुए गैंग के चार सदस्यों को गिरफ्तार किया है। फिलहाल आरोपितों से पूछताछ की जा रही है। एटीएस-एसओजी के एडीजी अशोक राठौड़ ने बताया कि एसओजी ने यूट्यूब पर वीडियोलाइक करने के नाम पर 43 लाख रुपये की साइबर धोखाधड़ी करने आरोपित युवराज मीणा निवासी बेई जिला भीलवाडा, लेहरू लाल तेली आकोला जिला चितौड़गढ़ ,किशन लाल प्रजापत निवासी संगेसरा जिला चितौड़गढ़ और गोवर्धन रैगर निवासी संगेसरा जिला चितौड़गढ़ को गिरफ्तार किया गया है। जांच पडताल में सामने आया कि आरोपित बैंक खातों में पीड़ितों को झांसा देकर एकत्रित धन राशि को ऑन लाईन गैमिंग ऐप पर खेलने वाले प्रतिभागियों को जीतने पर जीती हुई राशि का भुगतान भी किया जाता है। गिरफ्तार आरोपियों से प्रकरण घटना में प्रयुक्त मोबाइल सिम कार्ड जो अन्य व्यक्तियों के नाम जारी होकर स्वयं उपयोग में करना पाया गया है तथा अन्य विभिन्न बैंक खातो की पासबुक, चैकबुक, एटीएम कार्डव मोबाइल फोन बड़ी संख्या में बरामद किये गये है। इसके अलावा गैंग के सदस्यों एवं संदिग्धों बैंक खातों तथा बरामद दस्तावेज, मोबाइल फोन व मोबाईल सिम के संबंध में जानकारी जुटाई जा रही है। इस संबंध में डॉ. अंकिता सिंह निवासी जयपुर ने शिकायत दर्ज करवाई थी अपूर्वा ग्लोबल एडवरटाइजिंग कम्पनी के सेल्स मैनेजर के वाट्सअप व टेलिग्राम पर मैसेज आए और बताया कि उनकी ग्लोबल एडवरटाइजिंग कम्पनी में पार्ट टाईम जॉब चल रहा है जिसमें आपको यूट्यूब पर वीडियो लाइक करने पर प्रत्येक वीडियो के 50 रूपये मिलेंगे तथा प्रतिदिन 2500 रुपये कमा सकते हो। यह भी पढ़ेंः-Uttarakhand: वैदिक मंत्रोच्चार के बीच कल खुलेंगे बदरीनाथ धाम के कपाट,... आरोपितों ने वीडियो लाइक करने का पार्ट टाईम जॉब देने के नाम पर 43 लाख रुपये विभिन्न संदिग्ध बैंक खातों में जमा करवाकर धोखाधड़ी की है। पुलिस जांच में सामने आया कि पीडिता ने जिन संदिग्ध 11 बैंक खातों में राशि जमा करवाई थी उनमे से 09 बैंक खातों में फरवरी-मार्च 2023 में लगभग 22 करोड़ रुपये का लेन देन हुआ है। इस राशि में से 30.81 लाख रुपये इन खातों में फ्रीज है। इन खातों से लिंक मोबाइल नम्बरों के सीडीआर रिकार्ड पर चारों आरोपितों को धर-दबोचा। साथ ही जांच में पडताल में सामने आया कि भीलवाडा, चितौड़गढ़ की इस गैंग के अपराधी मुंबई महाराष्ट्र जाकर स्वयं व अन्य के नाम से फर्जी कम्पनी रजिस्ट्रर्ड करवा कर व बनावटी ऑफिस तैयार कर कम्पनी के नाम से करंट खाता खुलवाते है तथा उन खातों को भीलवाडा व चितौड़गढ़ संचालित करते हैं। फिलहाल आरोपियों से पूछताछ की जा रही है,पूछताछ में और भी कई वारदातें खुलने की आशंका जताई जा रही है। (अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक और ट्विटर पर फॉलो करें व हमारे यूट्यूब चैनल को भी सब्सक्राइब करें)