गंगोत्रीः चारधाम यात्रा के अंतर्गत गंगोत्री धाम के कपाट विधि-विधानपूर्वक शुभ मुहूर्त पर खोल दिया गया। मां गंगा की भोग मूर्ति भैरों घाटी पहुंची थी। आज प्रातः मां गंगा की डोली ने गंगोत्री धाम के लिए प्रस्थान किया। इस अवसर पर मां गंगा की आरती हुई तथा जनकल्याण की कामना की गयी। गंगोत्री धाम के कपाट खुलने पर प्रदेश के मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत तथा पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने बधाई दी है। उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी के कारण चारधाम यात्रा फिलहाल स्थगित है लेकिन स्थितियां सामान्य होने पर चारधाम यात्रा शुरू हो सकेगी। श्रद्वालु अपने घरों में पूजा-अर्चना करें।
उल्लेखनीय है कि चारधाम यात्रा स्थगित होने के कारण धामों के कपाट सांकेतिक रूप से खुल रहे हैं। केवल पूजा परंपरा से जुड़े लोगों को ही धामों में जाने की अनुमति है। धामों में पूजा-अर्चना विधिवत रूप से चलती रहेगी। कपाट खुलने के दौरान कोरोना से बचाव के लिए निर्धारित मानकों का पालन किया गया। इस अवसर पर गंगोत्री मंदिर समिति अध्यक्ष सुरेश सेमवाल, सचिव दीपक सेमवाल, राजेश सेमवाल, भटवाड़ी के उपजिलाधिकारी देवेन्द्र सिंह नेगी, उत्तराखंड चारधाम देवस्थानम प्रबंधन बोर्ड के विशेष कार्याधिकारी, प्रभारी अधिकारी गंगोत्री धाम राकेश सेमवाल, अरविंद सिंह नेगी और कल्याण सिंह नेगी आदि मौजूद रहे। उल्लेखनीय है कि शुक्रवार को दोपहर में यमुनोत्री धाम के कपाट खुल गये हैं तथा 17 मई सोमवार को 5 बजे केदारनाथ धाम के कपाट खुलेंगे। केदारनाथ भगवान की पंचमुखी डोली केदारनाथ पहुंचेगी। देवस्थानम बोर्ड के अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी बीडी सिंह डोली के साथ चल रहे हैं।
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देवस्थानम बोर्ड के मीडिया प्रभारी डॉ. हरीश गौड़ ने बताया कि बदरीनाथ धाम के कपाट 18 मई मंगलवार प्रातः 4 बजकर 15 मिनट पर खुलेंगे। द्वितीय केदार मदमहेश्वर के कपाट 24 मई तथा तृतीय केदार तुंगनाथ तथा चतुर्थ केदार रुद्रनाथ के कपाट 17 मई को खुलेंगे। हालांकि हेमकुंड साहिब एवं लक्ष्मण मंदिर के कपाट खुलने की तिथि अभी निश्चित नहीं हुई है।