New Delhi: दिल्ली के बुराड़ी स्थित हिरंकी में श्री Kedarnath Temple के प्रतीकात्मक मंदिर बनाने को लेकर विरोध शुरू हो गया है। चारों धामों में तीर्थ पुरोहितों ने इस मंदिर के बनने पर आपत्ति जताई है। साथ ही बद्रीनाथ, केदारनाथ, यमुनोत्री और गंगोत्री धाम के तीर्थ पुरोहितों ने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है।
चारों धामों के तीर्थ पुरोहितों ने किया विरोध
तीर्थ पुरोहितों का कहना है कि, Kedarnath Temple के नाम से मंदिर स्थापित किए जाने या चार धाम के नाम से मंदिर स्थापना का पुरजोर विरोध किया जाएगा। भगवान शिव के नाम पर मंदिर स्थापना का कोई विरोध नहीं है लेकिन, केदारनाथ के नाम से मंदिर स्थापित किए जाने का विरोध जारी रहेगा।
सीएम धामी ने पुरोहितों से की बातचीत
उधर तीर्थ पुरोहितों के बढ़ते आंदोलन को देख खुद सीएम धामी ने बताया कि, उन्होंने पुरोहितों से आंदोलन समाप्त करने का अनुरोध किया। बताया जा रहा है कि, सीएम धामी की बातचीत के बाद पुरोहितों ने आंदोलन स्थगित करने का ऐलान किया है। उनका कहना है कि, अगर प्रदेश सरकार दिल्ली में बना रहे केदारनाथ धाम के निर्माण को बंद नहीं करती है तो आंदोलन तेज किया जाएगा और कोर्ट का दरवाजा खटखटाया जाएगा।
ये भी पढ़ें: Kolkata: नौकरी के नाम पर कॉलेज ने ठगे लाखों रुपए, छात्रों ने जमकर काटा बवाल
शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद ने जताया विरोध
बता दें, इस मामले को लेकर देश के बड़े संत भी इसके विरोध में हैं। शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद ने कहा कि केदारनाथ धाम हमारे बारह ज्योतिर्लिंग में एक हैं। उनका पता सिर्फ हिमालय में बताया गया है। उनके नाम पर कोई मंदिर का निर्माण किया जाना और हूबहू वैसा ही मंदिर बनाना सही नहीं है। साथ ही उन्होंने कहा कि, हम भगवान शिव के मंदिर बनाने का विरोध नहीं करते लेकिन केदारनाथ धाम की प्रति बनाकर यह कहना कि जो वहां नहीं जा सकते, यहां आकर पूजा कर लें, ये ठीक नहीं है।