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मौसम की मार झेल रही फूलगोभी, पानी की कमी के चलते किसान हो रहे परेशान

cauliflower-cultivation लखनऊः गर्मी का मौसम अपने चरम पर हैं। यह दिन बारिश के नहीं हैं लेकिन किसान आशान्वित हैं कि बूंदाबांदी ही सही, अगर प्रकृति मेहरबान हो जाए तो उनका फायदा हो सकता है। फूलगोभी की खेती को केवल जाड़े की फसल माना जाता है। इसे किसान अधिकतर सितंबर से लेकर अक्टूबर तक ही उपजाते हैं, लेकिन अब इसकी उन्नत किस्मों की वजह से यह गर्मियों में भी दिखने लगा है। तमाम किसान पूरे साल इसकी खेती करने लगे हैं। इस बार मौसम के तेवर मार्च से ही काफी सख्त हैं। तेज धूप की मार से फूलगोभी को बचाना मुश्किल हो गया है। कई किसानों ने इसकी अगेती खेती का लाभ लिया है लेकिन जिस उम्मीद के मुताबिक उन्होंने पौधे रोपे थे, उसका परिणाम उतना अच्छा नहीं मिला है। गर्मियों में गोभी की खेती का बड़ा लाभ तब मिलता है, जब फसल को पर्याप्त मात्रा में पानी मिल जाए। ये भी पढ़ें..विधान सभा में नमाज कक्ष पर हाई कोर्ट ने उठाया सवाल, पूछा- ‘किस आधार पर की व्यवस्था’ यह ऐसी फसल है, जिससे खेत को ढका भी नहीं जा सकता है। इसमें किसी प्रकार की छाया नहीं होती है, लिहाजा खेत की नमी एक सप्ताह में समाप्त होने लगती है। जिस भूमि का पीएच मान 5 से 7 के मध्य रहा, उसके किसानों ने फूलगोभी लगाकर काफी लाभ कमाया। यह वह किसान हैं, जिन्होंने अगेती फसल की कोशिश की थी। इन दिनों भी यदि पानी की अच्छी व्यवस्था है, तो किसान लगभग 25 दिन में फूलगोभी की नर्सरी तैयार करने के बाद रोपाई कर इसकी आसानी से खेती कर सकते हैं। कृषि बीज केंद्र में पूसा ज्वाला, मथानिया लौंग, आरसीएच 1, एक्स 235, चरपरी मसाले वाली- एन पी 46ए आदि उन्नतशील बीज हैं। इनकी खरीद कहीं से भी की जा सकती है। (अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक और ट्विटर पर फॉलो करें व हमारे यूट्यूब चैनल को भी सब्सक्राइब करें)