गुवाहाटीः असम में फर्जी प्रमाणपत्र के आधार पर नौकरी पाने वाले शिक्षकों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की गई है। अधिकारियों ने मंगलवार को कहा कि असम सीआईडी ने फर्जी शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) प्रमाण पत्र के साथ नौकरी करने वाले 36 शिक्षकों के खिलाफ मामला दर्ज किया है और घोटाले की जांच के लिए एक विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन भी किया गया है। असम पुलिस के एक प्रवक्ता ने कहा कि राज्य के बोडोलैंड टेरिटोरियल रीजन (बीटीआर) में चिरांग, बक्सा, उदलगुरी और कोकराझार जिलों में 36 शिक्षकों को जाली दस्तावेजों के आधार पर सरकारी नौकरी मिली है।
ये भी पढ़ें..अमौसी एयरपोर्ट पर पुलिसकर्मियों के रोकने पर धरने पर बैठे सीएम भूपेश बघेल
36 शिक्षकों ने जाली टीईटी प्रमाण पत्र लगाएं
उन्होंने कहा कि 36 शिक्षकों ने जाली टीईटी प्रमाण पत्र तैयार किए हैं, और उन्हें शिक्षा निदेशक, कोकराझार को जमा कर दिया, जिसके बाद बीटीआर के स्कूलों में नियुक्ति प्राप्त की है। शिक्षकों के खिलाफ आरोपों की सत्यता की पुष्टि करने के लिए प्रारंभिक जांच की गई और आरोपों को सही पाया गया। मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने सीआईडी को मामला दर्ज कर जांच करने का निर्देश दिया है।
प्रवक्ता ने बताया कि रविवार को मामला दर्ज करने के बाद विभिन्न जिलों में आरोपियों का पता लगाने के लिए अभियान चलाया गया और कुछ आरोपियों को सीआईडी मुख्यालय लाया गया, जबकि कई फरार हैं। टीईटी योग्यता, राष्ट्रीय शिक्षक शिक्षा परिषद के दिशा-निदेशरें के अनुसार, सरकारी स्कूलों में शिक्षक के रूप में नियुक्ति के लिए पात्र होने के लिए एक व्यक्ति के लिए आवश्यक अनिवार्य मानदंड है।
(अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक और ट्विटर पर फॉलो करें व हमारे यूट्यूब चैनल को भी सब्सक्राइब करें…)