लखनऊः मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने देश की नदियों को जोड़ने वाले ऐतिहासिक फैसले का क्रियान्वयन केन-बेतवा लिंक परियोजना के जरिए होने को लेकर केन्द्र सरकार का आभार जताया है। उन्होंने कहा कि इस निर्णय से बुन्देलखण्ड में 2.5 लाख हेक्टेयर से अधिक भूमि में सिंचाई की सुविधा उपलब्ध होगी। साथ ही 35 लाख से अधिक लोगों को पीने के लिए शुद्ध पेयजल भी उपलब्ध हो सकेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हम देश में नदियों को जोड़ने वाले ऐतिहासिक फैसले के क्रियान्वयन की ओर बढ़ रहे हैं। भारत सरकार का यह कदम पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई को सच्ची श्रद्धांजलि होगी, जिन्होंने देश की नदियों को जोड़ने का प्रस्ताव रखकर राष्ट्र के स्वर्णिम भविष्य की कल्पना की थी। मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि उन्होंने अटल बिहारी वाजपेई के सपने को साकार करने का बीड़ा उठाकर इस परियोजना को अब जमीन पर उतारने का निर्णय किया है। उन्होंने कहा कि केन-बेतवा लिंक परियोजना नदी को जोड़ने की देश की पहली परियोजना है। उन्होंने विश्वास जताया कि यह परियोजना उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश के बुन्देलखण्ड और उसके नजदीकी क्षेत्रों में भरपूर जल उपलब्ध करवाने में मददगार साबित होगी और उन क्षेत्रों में बाढ़ और सूखे की समस्याओं से निजात मिलेगी।
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मुख्यमंत्री ने कहा कि केन-बेतवा परियोजना के निर्माण के लिए उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश सरकार और केन्द्र सरकार के बीच समझौता भी हो गया है। यह परियोजना विशेष तौर पर उत्तर प्रदेश राज्य के लिए मील का पत्थर साबित होगी। इस परियोजना से उत्तर प्रदेश के सूखाग्रस्त बांदा, झांसी, ललितपुर, महोबा और हमीरपुर जनपदों में 2.5 लाख हेक्टेयर से अधिक भूमि में सिंचाई की सुविधा उपलब्ध होगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि इससे इन क्षेत्रों का समग्र विकास होगा। उन्होंने भारत सरकार का आभार व्यक्त करते हुए उत्तर प्रदेश एवं मध्य प्रदेश की जनता को इस परियोजना के लिए शुभकामनाएं दी हैं।