नवादाः जिले की एक पंचायत में बिना काम के ही 12.50 लाख रुपये का भुगतान कर दिया गया। CAG की रिपोर्ट में इस घोटाले का खुलासा हुआ है। मामला नवादा जिले के अकबरपुर प्रखंड के बुधुआ पंचायत का है। यहां बिना काम के ही 12.50 लाख रुपये का भुगतान कर दिया गया। रविवार को इसकी जानकारी मिलते ही नवादा जिले के अधिकारियों में हड़कंप मच गया।
CAG की रिपोर्ट के अनुसार वित्तीय वर्ष 2016-17 से 2021-22 के दौरान पंचायत में नाला निर्माण और सड़क निर्माण के नाम पर 15.93 लाख रुपये का काम होना था। इसके लिए पंचायत के तत्कालीन सचिव को कार्यकारी अभिकर्ता बनाया गया था।
बिना काम के ही तैयार कर ली रिपोर्ट
कल बिहार विधानसभा में पेश की गई रिपोर्ट में कहा गया है कि कनीय अभियंता (Junior Engineer) ने बिना काम के ही 13.05 लाख रुपये के काम की मापी रिपोर्ट तैयार कर दी। इसी आधार पर मई से जुलाई 2020 के बीच अभिकर्ता को 12.50 लाख रुपये का भुगतान किया गया। सीएजी ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि पंचायत के मुखिया और तत्कालीन सचिव ने काम की जांच किए बिना ही भुगतान कर दिया। इतना ही नहीं प्रखंड और जिला स्तर के अधिकारियों ने भी इसकी निगरानी नहीं की।
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आपको बता दें कि जिले में मनरेगा योजना में भी इसी तरह की लूट हो रही है। कागज पर काम दिखाकर पैसे की बंदरबांट की जा रही है। अब जब मामला बिहार विधानसभा में उजागर हो गया है तो यह कहना मुश्किल है कि जांच होगी या नहीं। छात्रवृत्ति घोटाले के बाद नवादा जिला प्रशासन के अधिकारियों में खलबली मची हुई है।
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